वेब सीरीज 'तांडव' रिलीज के बाद से ही विवादों में घिर गई है। इस वेब सीरीज के मेकर्स के खिलाफ एक के बाद एक एफआईआर दर्ज हो रही हैं और जमकर विरोध भी रहा है। बुधवार को 'तांडव' के खिलाफ महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में एक-एक एफआईआर दर्ज हुई। इस घमासान के बीच 'तांडव' वेबसीरीज के मेकर्स के लिए एक राहत भरी खबर भी है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने वेब सीरीज के डायरेक्टर अली अब्बास जफर, अमेजन प्राइम इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित, प्रोड्यूसर हिमांशु मेहरा और शो के लेखक गौरव सोलंकी को प्री-अरेस्ट बेल दे दी है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन सभी को तीन हफ्ते का वक्त दिया है ताकि ये लखनऊ में संबंधित अदालत का दरवाजा खटखटा सके, जहां कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
नौ एपिसोड वाली 'तांडव' वेबसीरीज के 'तानाशाह' वाले एपिसोड में दो किरदारों के बीच हुई बातचीत पर सबसे ज्यादा आपत्ति जताई गई थी जिसे फिलहाल वेब सीरीज से हटा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही अमेजन प्राइम वीडियो की इस सीरीज के निर्माताओं एवं कलाकारों ने एक बार फिर से माफी मांगी थी और कहा था कि उन्होंने इस संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए कुछ बदलाव करने का फैसला किया है।
'तांडव' विवाद: मुंबई में अली अब्बास जफर और सैफ अली खान के खिलाफ FIR दर्ज
इस सीरीज को लेकर विवाद के केंद्र में वह दृश्य है, जिसमें हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इस दृश्य में भगवान शिव का किरदार निभा रहे जीशान आयुब और नारद मुनि के बीच एक संवाद को लेकर आपत्ति जताई गई थी। यह दृश्य हटा दिया गया है। अब जीशान दर्शकों की तालियों के बीच भगवान शिव के वेश में मंच पर आते दिख रहे हैं और इस बीच, परिसर में पुलिस द्वारा एक छात्र को गिरफ्तार किये जाने को दिखाया जाना शुरू हो जाता जाता है।
साथ ही, सीरीज में प्रधानमंत्री देवकी नंदन सिंह के संवाद में दलित नेता कैलाश कुमार का अपमान करने वाले दृश्य को भी हटा दिया गया है। इसमें सिंह का किरदार तिगमांशु धूलिया, जबकि कुमार का किरदार अनूप सोनी निभा रहे हैं। सिंह और संध्या मृदुल के संध्या किरदारों के बीच दृश्य को भी छोटा कर दिया गया है। हालांकि, इसके बावजूद भी सीरीज पर संकट गहराता जा रहा है।
इस सीरीज का निर्देशन अली अब्बास जफर ने किया है। इसमें बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और मोहम्मद जीशान आयुब ने अभिनय किया है। इस बीच, महाराष्ट्र राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि राज्य पुलिस को विवादास्पद वेब श्रृंखला 'तांडव' के बारे में एक शिकायत मिली है। देशमुख ने यहां पत्रकारों से बातचीत में मांग की कि केन्द्र सरकार को 'ओवर द टॉप (ओटीटी)' मंचों पर सामग्री को विनियमित करने के लिए एक कानून लाना चाहिए।
देशमुख ने कहा, 'हमें शिकायत मिली है। हम प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करेंगे और औपचारिक रूप से कार्रवाई करेंगे।' उन्होंने यह नहीं बताया कि शिकायत किसने दर्ज कराई है। वहीं, उत्तर प्रदेश की चार सदस्यीय एक टीम बुधवार को मुंबई पहुंची। उत्तर प्रदेश में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। टीम के सीरीज के निर्माता, निर्देशकों और कलाकारों के बयान दर्ज करने की संभावना है। उन पर हिंदू देवी-देवताओं के अपने चित्रण के जरिए धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मी सुबह मुंबई पहुंचे और वे मदद के लिए उपनगरीय अंधेरी में पुलिस उपायुक्त (डिटेक्शन -1) के कार्यालय गये।
उधर, मध्यप्रदेश पुलिस ने 'तांडव' के निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमित कुमार ने बुधवार को बताया कि वेब सीरीज 'तांडव' के निर्देशक और अन्य के खिलाफ समाज के विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को नाराज करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी।
प्राथमिकी में दर्ज शिकायत की पुलिस जांच कर रही है। इस बीच, मध्यप्रदेश विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुंबई में भाजपा के विधायक राम कदम की शिकायत पर तांडव के निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। उत्तर प्रदेश में सीरीज के खिलाफ लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और शाहजहांपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने सोमवार को कहा था कि 'तांडव' के निर्माताओं को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने बताया था कि उत्तर प्रदेश पुलिस के चार सदस्य मामले की विस्तृत जांच के लिए मुंबई रवाना हो गये हैं। इस मामले में हजरतगंज पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सीरीज के खिलाफ मुख्य रूप से भाजपा नेताओं ने अपने विरोध के स्वर उठाये हैं, वहीं निर्देशक हंसल मेहता और अदाकारा स्वरा भास्कर को छोड़ कर सिनेमाजगत की मुख्यधारा के सितारे लगभग चुप रहे हैं। स्वरा ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'मैं एक हिंदू हूं और तांडव के किसी दृश्य से मैं आहत नहीं हुई हूं।'
(इनपुट/पीटीआई)