युवा केंद्रित शो 'साड्डा हक' और 'मिर्जापुर' जैसी वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग के जलवे बिखेरने वाली एक्ट्रेस हर्षिता शेखर गौड़ एक बार फिर स्क्रीन पर आने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वो मिर्जापुर 2 में दिखाई देंगी, जो अमेजन प्राइम पर आएगी। इस एक्शन क्राइम थ्रिलर सीरीज में हर्षिता डिम्पी पंडित के रोल में दिखाई देंगी
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए हर्षिता शेखर गौड़ ने कहा, "डिंपी एक क्लासिक लड़की है जो प्यारी और सुंदर है और कोई भी आसानी से खुद को रिलेट कर सकता है। वह पंडित परिवार से है और पारिवारिक मूल्यों को बहुत महत्व देती है। वह अपने भाइयों से प्यार करती है और उनके और पिता के बीच एक सेतु का काम करती है। सीजन 1 से 2 तक आने में कैरेक्टर में बहुत अधिक गहराई आई है। मेरा मानना है कि दर्शकों को डिंपी का रोल पसंद आएगा।"
'मिर्जापुर 2' से 'तांडव' तक फेस्टिव सीजन के लिए तैयार हैं कई ओटीटी शो
एक्ट्रेस ने आगे कहा, "मिर्जापुर अपने आप में एक दिलचस्प कहानी कहना है। मैंने शुरू में भूमिका से इनकार कर दिया था, लेकिन निर्देशकों के साथ एक बैठक में मेरी धारणा 180-डिग्री बदल गई। एक टीवी पृष्ठभूमि से आने के नाते मेरा मुख्य भूमिका का विचार सेट था, मिर्जापुर और डिम्पी ने कथा के एक अलग प्रारूप में पेश किया और इससे मेरे शिल्प में एक अलग आयाम जुड़ गया। एक बात जो मैं सुरक्षित रूप से कह सकती हूं कि मैंने अब तक जितने भी किरदार निभाए हैं, वो महत्वपूर्ण और प्रासंगिक रही हैं।”
हर्षिता ने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की है। उन्होंने अपनी स्किल्स को और निखारने के लिए एक्टिंग कोर्स और वर्कशॉप की है। नेपोटिज्म को लेकर हर्षिता ने कहा, "नेपोटिज्म की बहस बेकार है, क्योंकि यह हर जगह होता है। यहां तक कि एक क्लर्क को भी लगता होगा कि उनके बेटे को नौकरी विरासत में मिलेगी। जब मैं एक अभिनेत्री बनना चाहती थी, मेरे माता-पिता ने कभी नहीं कहा कि इसे ड्रॉप कर दो। मेरे माता-पिता डॉक्टर हैं और वे इंडस्ट्री से किसी को नहीं जानते हैं, वे आदर्श रूप से मुझे डॉक्टर बनाना चाहते थे, क्योंकि यह आसान होता।"
'मिर्जापुर 2' के साथ, कालीन भैया मोगैम्बो, शाकाल और गब्बर के 2.0 वर्जन में आएंगे नज़र
एक्ट्रेस ने आगे कहा, "मुझे पूरी तरह से पता था कि मैं किसी को नहीं जानती हूं और फिल्मी पृष्ठभूमि के मेरे साथियों के पास बेहतर अवसर होंगे, लेकिन मैं अभी भी यहां आयी हूं, क्योंकि यह मेरा जुनून है। मैं मानती हूं कि कुछ लोगों के व्यक्तिगत अनुभव हैं, जो कड़वे हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि पूरे उद्योग को नीचे ले जाना और मेरे जैसे लोगों या उन लोगों को हतोत्साहित करना सही है, जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। आप लोगों को हतोत्साहित नहीं कर सकते हैं या पूरे उद्योग को खराब रोशनी में नहीं डाल सकते हैं, क्योंकि आपके पास एक नकारात्मक अनुभव था।"