'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' फेम एक्ट्रेस जेनिफर मिस्त्री ने शो छोड़ने के बाद मेकर्स पर कई संगीन आरोप लगाए थे। ये मामला कोर्ट में भी पहुंच गया था। आसित मोदी के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में बीते दिन फैसला आया है। कोर्ट केस जेनिफर मिस्त्री ने जीत लिया है, लेकिन वो इसके बाद भी खुश नहीं है। उन्होंने अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए साझा की है। उन्होंने अपने पहले रिएक्शन में बताया कि वो केस भले ही जीत गई हैं, लेकिन असित मोदी को मिली सजा से खुश नहीं है। उनका कहना है कि वो इस मामले को यहीं खत्म नहीं करेंगी बल्कि और आगे लेकर जाएंगी।
अभी खत्म नहीं हुआ है मामला
टीवी एक्ट्रेस ने वीडियो के साथ ही अपना रिएक्शन लंबे पोस्ट में साझा करते हुए लिखा, 'अपने यौन उत्पीड़न मामले में जीत की घोषणा करता हूं। इस मामले में असित मोदी दोषी साबित हो गए हैं। भगवान को धन्यवाद। मैंने इसे अपने वकील की मदद से संभव बनाया। मेरे पति का इस दौरान समर्थन रहा। मेरे करीबी दोस्त, परिवार और मेरे प्रशंसक जो वास्तव में मानते थे कि मैं वुमन कार्ड नहीं खेल रही थी या सस्ता प्रचार नहीं कर रही थी या मनगढ़ंत बातें नहीं कर रही थी। मैं अकेले ही विश्वास पर कायम थी और सच बोल रही थी, लेकिन यह अभी खत्म नहीं हुआ है। बस असित मोदी को मेरी बकाया राशि का भुगतान करने देना और 5 लाख का मुआवजा कुछ भी नहीं है। उन्होंने फरवरी में फैसला आने के 40 दिन बाद भी नहीं चुकाया है। उन्होंने पिछले 1 साल से मेरा भुगतान रोक रखा है।'
जेनिफर नहीं है संतुष्ट
दुख जाहिर करते हुए जेनिफर ने लिखा, 'मैं अत्यधिक मानसिक आघात, रोजगार और दोस्तों की हानि, प्रतिष्ठा की हानि, चिकित्सा बिल, मामले के खर्च आदि से गुजरी हूं। इन सबके बीच मैंने अपनी 10 वर्षीय बेटी को घर पर छोड़ दिया। सोहिल रमानी और जतिन बजाज के लिए फैसला देने के बारे में क्या? उन तीनों को कोई सजा नहीं, इसलिए मैं पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं। कम से कम पुलिस अधिकारियों के विपरीत मामले को देखने के लिए महाराष्ट्र सरकार की अभी भी आभारी हूं, लेकिन मैं चुप नहीं बैठूंगी। उन्होंने असित मोदी को यौन उत्पीड़न का दोषी साबित कर दिया, जो मुझे शुरू से पता था, इसमें नया क्या है? पिछले एक साल में मैं जिस आघात से गुजरी, उसका क्या, इसके विपरीत दोषी खुद को निर्दोष बताकर खुलेआम घूम रहे हैं। फैसले में श्री मोदी, सोहिल और जतिन को मुझसे माफी मांगने तक के लिए नहीं कहा गया है।'
जेनिफर को नहीं स्वीकार है फैसला
इस मामले पर आगे अपनी परेशानी जाहिर करते हुए जेनिफर ने कहा, 'चूंकि TMKOC में काम करने के दौरान मेरे साथ स्पष्ट रूप से दुर्व्यवहार किया गया था और मुआवजा देने के लिए कहा गया था, यह मामूली बात है, मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि श्री मोदी के लिए 5 लाख एक छोटी राशि है। ऐसी राशि से मुझे लगता है कि श्री मोदी जैसे लोग ऐसे अपराध करने के लिए प्रेरित होंगे, क्योंकि वे केवल छोटी रकम चुकाकर बड़े अपराधों से बच सकते हैं। मैं फैसले को स्वीकार नहीं कर रही हूं और अपने पैसे न लेकर आगे बढ़ने का फैसला करती हूं। इसके अलावा जिस तरह से फैसला और मुआवजा घोषित किया गया, उससे किसी महिला के आत्मसम्मान का आकलन नहीं किया जा सकता।'
जेनिफर ने आगे कहा, 'मेरी यह जीत महिलाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है अगर उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है, लेकिन यह न्याय के लिए बड़ी लड़ाई है। मुझे आश्चर्य है कि अगर मेरे जैसे ज्ञात व्यक्ति के लिए न्याय की लड़ाई इतनी कठिन है तो क्या होता होगा आम आदमी के साथ। सत्यमेव जयते!'