स्टार प्लस का लोकप्रिय सीरियल 'अनुपमा' में हलचल मची हुई है। लीला, तोषू के बुरे व्यवहार के बाद वनराज शाह गुस्से में आ जाता हैं। लीला कहती है कि उसने यह नहीं देखा कि उसने कौन सा पाप किया कि तोषू उनके परिवार में पैदा ही क्यो हुआ। समर कहता है कि देर रात हो गई है, वह एक बार तोषू का पता लगा लें। वनराज उसे चेतावनी देता है कि वह ऐसा न करे। तोषू का सहायक भागता है और सूचित करता है कि तोषू की जान को खतरा है। वनराज ने उसे नाटक बंद करने और बाहर निकलने की चेतावनी दी। असिस्टेंट उससे विनती करता है कि एक बार आकर तोषू को देख ले क्योंकि उसके साथ वास्तव में कुछ हुआ है। माया, अनुपमा से पूछती है कि क्या वह अपने 3 बच्चों से प्यार नहीं करती है। अनुपमा कहती है 4 माया कहती है कि वह समझ सकती है और महसूस करती होगी जब उसके बच्चे मुसीबत में होते हैं, यहां तक कि जब भी छोटी अनु बीमार पड़ती थी तो वह चिंतित हो जाती थी। अनुपमा को होश आता है कि कुछ हुआ है।
शाह परिवार घर से बाहर निकलते हैं और तोषू को सड़क पर बेहोश पड़े हुए पाते हैं। समर एम्बुलेंस को कॉल करता है और उसे अस्पताल ले जाता है जहां डॉक्टर उसे आईसीयू में शिफ्ट कर देते हैं। समर, अनुपमा को फोन करता है, लेकिन वह फोन साइलेंट मोड में रखती है और उसका फोन नहीं उठाती है। लीला और हसमुख चर्चा करते हैं कि कमजोरी के कारण तोषू बेहोश हो गया होगा। तोषू की हालत देखकर वनराज टूट जाता है। अनुपमा असहज महसूस करती है और जब वह समर की मिस्ड कॉल देखती है, तोषू के बारे में सुनकर वह टूट जाती है। वनराज डॉक्टर से पूछता है कि उसके बेटे को क्या हुआ। डॉक्टर कहता है कि वह रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकता हैं, जो भी हुआ है बहुत बुरा हुआ है। अनुपमा, अनुज को जगाती है और उसे बताती है कि तोषू सिटी अस्पताल में है।
तोषू के लिए दवाइयां लाने जाता है। वनराज, तोषू की हालत से टूट जाता हैं। वनराज, किंजल से कहता है कि अगर वह चाहे तो घर जा सकती है। किंजल कहती है कि वह तोषू को इस हालत में कैसे छोड़ सकती है। हालांकि वह उस पर गुस्सा है, वह उसे इस तरह नहीं देख सकती। अनुज अस्पताल की ओर कार चलाता है और अनुपमा को आश्वासन देता है कि तोषू को कुछ नहीं होगा। अनुपमा रोती है। वनराज, हसमुख के गले लगकर रोता है। अनुपमा अस्पताल पहुंचती है और तोषू की हालत देखकर वहीं खड़ी हो जाती है। वह तोषू के बचपन को याद करती है और दोहराती है कि यह कैसे हुआ। वनराज कहता है कि उसने कभी नहीं सोचा था कि एक सेकंड में इतना सब बदल जाएगा, कुछ समय पहले तोषू उससे लड़ रहा था और अब डॉक्टर का कहना है कि उसकी हालत गंभीर है।
परिवार का हर सदस्य तोषू के लिए अपनी चिंता जाहिर करता है। अनुपमा हकलाती है कि तोषू को क्या हुआ। वनराज कहता हैं कि वे नहीं जानते, डॉक्टरों ने कहा कि वे परीक्षण के परिणाम आने के बाद ही सूचित कर सकते हैं। लीला, तोषू की हालत के लिए अनुपमा को जिम्मेदार ठहराती है और उसे श्राप देती है। हसमुख उसे रुकने के लिए कहता है। अनुज कहता है कि वह जानता है कि वह घबराहट की स्थिति में है, लेकिन एक बड़ी होने के नाते उसे बकवास नहीं करनी चाहिए। वनराज भी लीला को रुकने का अनुरोध करता है। लीला, तोषू की हर गलती के लिए अनुपमा को कोसती और दोष देती रहती है। काव्या कहती है कि लीला हर बात के लिए अनुपमा को दोषी क्यों ठहराती है।
अनुज, वनराज को दिलासा देता है और डॉक्टर से बात करने जाता है। काव्या, वनराज और अनुपमा को बैठने के लिए कहती है। वनराज और अनुपमा ने एक लंबी स्पीच में अपने बच्चों के प्रति अपने प्यार का वर्णन किया है। तोषू को कोसने के लिए वनराज खुद को दोषी मानता है। अनुपमा कहती हैं कि उनका ऐसा मतलब नहीं होता। अनुज लौटता है और कहता है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।
Precap: छोटी अनु अपनी कार में माया को अपने स्कूल ले जाती है जबकि अनुपमा ऑटो में पहुंचती है।
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