फेडरेशन ऑफ सिने टेक्नीशियन एंड वर्कर्स ऑफ ईस्टर्न इंडिया (एफसीटीडब्ल्यूईआई) ने दावा किया कि बंगाली टेलीविजन धारावाहिक निर्माताओं का एक धड़ा घरों के बाहर शूटिंग करके राज्य सरकार द्वारा लगाए गए कोविड-19 प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है और इसे ‘घर से काम’ करार दे रहा है।
एफसीटीडब्ल्यूईआई के अध्यक्ष स्वरूप बिस्वास ने दावा किया कि शूटिंग व्यवस्था का अहम हिस्सा रहने वाले तकनीशियन को ‘तीन से चार निर्माताओं द्वारा इस एकतरफा’ कदम को लेकर अंधेरे में रखा गया। उन्होंने बताया कि कुछ बड़े धारावाहिकों की शूटिंग बंद गोदामों और होटलों में हो रही है। पश्चिम बंगाल में महामारी की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर 16 मई से ही धारावाहिकों, वेब सीरिज और फिल्मों की शूटिंग पर रोक है।
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बिस्वास ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कुछ टीवी धारावाहिकों के कुछ शो प्रसारित हुए हैं, उनसे प्रतीत होता है कि एक या दो कलाकारों के साथ उनकी शूटिंग घर पर नहीं हुई है। धारावाहिक के स्थान और इसकी पृष्ठभूमि कुछ और ही कहानी बता रही है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में निर्माताओं की ‘लॉबी’ को एक पत्र सौंपा गया है। निर्माताओं के संगठन वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ टेलीविजन प्रोड्यूसर्स (डब्लूएटीपी) ने इससे पहले कहा था कि घर में शूटिंग ‘सबसे बढ़िया विकल्प’ है। संगठन के एक पदाधिकारी ने बंद गोदामों या होटलों में शूटिंग होने की बात से इनकार किया है।