'डांस दीवाने 3' के अपकमिंग एपिसोड में जबरदस्त एंटरटेनमेंट देखने को मिलेगा। हालांकि, इस बार डांस और मस्ती देखने के साथ-साथ दर्शकों को एक बेहद इमोशनल पल भी देखने को मिलेगा। अनिल कपूर, फरहान अख्तर, मृणाल ठाकुर और 'खतरों के खिलाड़ी 11' के होस्ट रोहित शेट्टी स्टेज पर नज़र आएंगे। इस दौरान जानी-मानी अभिनेत्री शगुफ्ता अली की भी स्पेशल एंट्री होगी।
शो का लेटेस्ट प्रोमो सामने आया है, जिसमें दिखाया गया है कि शगुफ्ता स्टेज पर अपनी आर्थिक समस्याओं के बारे में बताती हैं। वो कहती हैं कि वो पिछले 4 सालों से परेशानियां झेल रही हैं और उनकी सारी सेविंग्स खत्म हो गई है। उनके स्ट्रगल को सुनकर वहां मौजूद सभी लोग इमोशनल हो जाते हैं। इस दौरान कॉमेडियन भारती सिंह उन्हें गले लगा लेती हैं। वहीं, माधुरी दीक्षित भी उन्हें सांत्वना देती हैं।
शगुफ्ता अली की आर्थिक मदद के लिए सामने आए रोहित शेट्टी, अभिनेत्री बोली - मैं शुक्रगुजार हूं
इसी बीच माधुरी दीक्षित उन्हें 5 लाख रुपये का चेक भी देती हैं और बताती हैं कि ये मदद डांस दीवाने की पूरी टीम की तरफ से है। ये देखकर शगुफ्ता अपने आंसू नहीं रोक पाती हैं और कहती हैं- 'मेरे पास शब्द नहीं हैं।' जानकारी के मुताबिक, फिल्ममेकर्स और प्रोड्यूसर्स मनीष गोस्वामी, अशोक पंडित और अशोक शेखर ने भी अभिनेत्री की मदद की है।
फेमस टीवी शो ससुराल सिमर का, मधुबाला - एक इश्क एक जुनून, पुनर्विवाह', एक वीर की अरदास वीरा जैसे कई टीवी शोज के अलावा कई बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस शगुफ्ता अली ने हाल ही में बताया था कि वो पिछले चार साल से आर्थिक परेशानियों का सामना कर रही हैं। उन्होंने घर चलाने के लिए अपनी कार और ज्वैलरी भी बेच दी है लेकिन चीजें दिन-ब-दिन मुश्किल होती जा रही हैं।
ईटाइम्स से बात करते हुए शगुफ्ता अली ने बताया था कि वह पिछले चार साल से संघर्ष कर रही हैं। जहां वह पहले 1-2 सालों तक चीजों को सही रखने में कामयाब रही, वहीं कोविड महामारी के कारण पिछले साल उसके लिए बिना किसी काम के कठिन रहे। उन्होंने कहा, "पिछले 4 सालों में काम कम होने से मुझे दिक्कतों का सामना करना पड़ा। काम कम था, इसलिए किसी तरह मैंने अपनी कार और ज्वैलरी बेचकर चीजों को अपने दम पर मैनेज करने की कोशिश की। मैं किसी तरह पहले 2-3 साल चीजों को संभालने में कामयाब रही। लेकिन अब पिछले 1 साल में चीजें बहुत मुश्किल हो गई हैं क्योंकि मैंने अपनी सारी बचत समाप्त हो गई है। ईमानदारी से शुरू में मैं मदद नहीं मांगना चाहता थी इसलिए मैंने सोचा कि मैंने जो कुछ भी मुझे बेचने दिया है और एक बार मुझे काम मिल गया है तो चीजें वापस सामान्य हो जाएंगी।'