इन दिनों रामानंद सागर की रामायण और इसकी स्टार कास्ट की हर जगह खूब चर्चा हो रही है। फिर चाहे वो राम का रोल निभाने वाले अरुण गोविल हों या फिर सीता का किरदार अदा करने वालीं दीपिका चिखलिया। रोजाना इनसे जुड़ी कई खबरें चर्चा का विषय बन रही हैं। इस दौरान हम आपको सीता यानि दीपिका की कुछ अनदेखी तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं, जो आपने शायद ही देखी होंगी।
यह धारावाहिक 90 की दशक में दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल पर दिखाया जाता था। रामानंद सागर की 'रामायण' ने ऐसा करिश्मा कायम किया था, जिसकी चर्चा आज भी होती है। इस सीरियल के आने के दौरान लोग टीवी के सामने बैठ जाते थे और सड़के एवं गलियां सुनसान हो जाती थी। कई लोग श्रद्धा के कारण हाथ जोड़कर शो को देखते थे। लोग सीरियल में काम करने वाले कलाकार अरुण गोविल (राम), दीपिका (सीता) को भगवान की तरह पूजते थे। इस धारावाहिक में दारा सिंह हनुमान की भूमिका में थे।
मजेदार बात तो यह थी कि इस सीरियल में राम, सीता और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे कलाकारों को लोगों ने असली के भगवान का दर्जा दे दिया था। इस सीरियल में लक्ष्मण का किरदार सुनील लहरी ने निभाया था।
'रामायण' का लेखन से लेकर निर्देशन रामानंद सागर ने किया था। इसलिए इस टीवी सीरीज को 'रामानंद रामायण' भी कहा जाता है।
कुल 78 एपिसोड वाले इस धारावाहिक का देश मे पहली बार मूल प्रसारण 25 जनवरी, 1987 से लेकर 31 जुलाई, 1988 तक हुआ था।
इस दौरान हर रविवार को सुबह साढ़े नौ बजे यह धारावाहिक टीवी पर आता था।
तुलसीदास के 'रामचरित मानस' पर आधारित इस धारावाहिक का जब पहली बार देश में प्रसारण होना शुरू हुआ तो इसके प्रसारण के समय मानो देश ठहर जाता था।
लोग कामकाज छोड़कर सुबह साढ़े नौ बजे ही टीवी से चिपक जाते थे।
हालांकि उस वक्त बहुत कम घरों में टेलीविजन थे, तो जिनक घर सुविधा होती थी वहां पड़ोसियों की भीड़ उमड़ पड़ती थी।
1987 से 1988 तक चले प्रसारण के दौरान 'रामायण' देश ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया था।
जून 2003 तक लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में यह विश्व के सर्वाधिक देखे जाने वाले पौराणिक धारावाहिक के रूप में दर्ज रहा।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)