मुंबई: 'कौन बनेगा करोड़पति' का 11वां सीजन जल्द ही खत्म होने वाला है। आखिरी एपिसोड शुक्रवार को ऑनएयर होगा, जिसमें पद्मश्री से सम्मानित और इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति नज़र आएंगी। शो के दौरान सुधा ने बताया कि कैसे उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और अपनी बेटी की बातों से प्रेरित होकर संस्था की नींव रखी।
सोनी टीवी ने इंस्टाग्राम पर शो का टीजर शेयर किया है, जिसमें सुधा मूर्ति ने बताया कि जब उन्होंने कर्नाटक के हुबली कॉलेज में इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन लिया तो 599 लड़कों के बीच वो अकेली छात्रा थीं। ऐसे में प्रिंसिपल ने उनके सामने तीन शर्त रखी, जिसमें साड़ी पहनना, कैंटीन मत जाना और लड़कों से बात ना करना शामिल था।
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सुधा मूर्ति ने कहा, 'मैंने प्रिंसिपल की पहली शर्त मान ली और साड़ी ही पहनती थी। कैंटीन का खाना अच्छा नहीं था तो मैं वहां भी नहीं जाती थी, लेकिन एक साल पूरे होने के बाद जब लड़कों को पता चला कि मैंने फर्स्ट रैंक हासिल की है तो वो खुद मुझसे बात करने लगे।'
सुधा मूर्ति ने ये भी बताया कि कॉलेज के दौरान ही उन्हें टॉयलेट के महत्व के बारे में भी पता चला। इसीलिए उन्होंने 16 हजार शौचालयों का निर्माण करवाया।
इसके अलावा सोनी टीवी ने एक और टीजर शेयर किया है, जिसमें सुधा मूर्ति ने बताया कि कैसे बेटी की बातों से प्रेरित होकर उन्होंने इंफोसिस संस्था की नींव रखी और आज वो समाज की मदद कर पा रही हैं।