कसौटी जिंदगी की 2 में प्रेरणा की बहन शिवानी का किरदार निभाने वाली चारवी सराफ इस समय दिल्ली में हैं। वह अपना कोरोना वायरस टेस्ट करवाना चाहती हैं मगर कोई लैब ये करके राजी नहीं है। चारवी ने सोशल मीडिया पर कोरोना टेस्ट को लेकर अपनं संघर्ष के बारे में बताया है साथ ही दिल्ली सरकार को ओपन लेटर लिखा है।
चारवी ने बताया उन्हें कोविड-19 के लक्षण हैं लेकिन क्या दिल्ली में टेस्ट करवाना के लिए इतना मुश्किल है? उन्होंने लिखा- जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है मैं दिल्ली में हूं। यह मेरा होमटाउन है। हम भी बाकि लोगों की तरह अपने घर में बंद हैं। हम सिर्फ जरुरी सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जाते थे। सब ठीक चल रहा था, हम कोरोना लाइफस्टाइल में एडजस्ट भी हो गए थे।
उन्होंने आगे लिखा- पिछले हफ्ते मुझे घबराहट होने लगी और शरीर का तापमान भी कम ज्यादा होने लगा। जल्द ही मुझे तेज बुखार, सिर दर्द, गले में दर्द, शरीर में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। हर किसी की तरह मुझे भी डर लगने लगा क्या मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई हूं ? इससे कई ज्यादा मैं अपने परिवार के लिए डरने लगी। मैं नहीं चाहती थी कि उन्हें कुछ हो। तो मैंने खुद को क्वारेंटाउन करने का फैसला लिया।
मेरे दिमाग में सबसे पहली चीज कोडिव टेस्ट आया लेकिन मुझे पता चला कि दिल्ली में यह टेस्ट करवाना उतना ही मुश्किल है। मैंने उन डॉक्टर्स को फोन किया, जो सालों से हमें देख रहे हैं। लेकिन जवाब मिला कि उनके पास टेस्ट किट नहीं है, जो मैं समझ गई। फिर मैंने आसपास के प्राइवेट हॉस्पिटल में फोन लगाया, लेकिन उन्होंने यह कहकर जांच से इनकार कर दिया कि उनके यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि कोई आए और मेरा टेस्ट करे क्योंकि मेरे में इतनी ऊर्जा नहीं है कि मैं हॉस्पिटल जाकर टेस्ट करा सकूं। उसके बाद मैंने सरकारी अस्पतालों में कॉल किया जिनके बारे में मैंने अखबारों में पढ़ा था।उन्होंने मुझे डॉक्टर्स से कंसल्ट करने को कहा क्योंकि यह वायरल भी हो सकता है। मैंने कोविड 19 हेल्पलाइन पर भी कॉल किया। उन्होंने कहा अगले हफ्ते तक उनके पास पूरा शेड्यूल है। अब मैं परेशान हो गई हैं वो भी सिर्फ एक टेस्ट के लिए।
पांच दिन से मुझे यह लक्षण नजर आ रहे हैं। और अभी भी टेस्ट के सारे प्रयास व्यर्थ हैं। जबकि मैं जानती हूं कि मुझमें वे लक्षण हैं। अगर मेरे लिए टेस्ट कराना ऐसा टास्क है तो उन्हें कितनी मुश्किल होती होगी, जिनके पास डॉक्टर्स के सही कॉन्टेक्ट तक नहीं है या जो अच्छी सेहत के लिए इतने एफर्ट नहीं लगा सकते। गरीब, जो सरकारी अस्पतालों की लाइन में लगे हैं। जहां रिस्क सबसे ज्यादा है और जो प्राइवेट लैब्स की फीस भी नहीं चुका सकते।
चारवी ने आगे लिखा- मैं एक एक्टर हूं और बाकि लोगों की तरह सामान्य जीवन जीती हूं। मैं सिर्फ कोविड टेस्ट करवाना चाहती हूं ताकि मुझे पता चल सके कि हम सुरक्षित हैं कि नहीं। क्या यह मांगना इतना ज्यादा है। मैंने पढ़ा था कि दिल्ली सरकार कैसे आंकड़ों को दबाने के लिए कोविड-19 टेस्ट में कमी कर रही है।
चारवी ने लिखा-हम सभी जानते हैं कि गलत रिपोर्ट्स में नेगेटिव लोगों को भी पॉजिटिव दिखाया जा रहा है, जो टेस्ट में सक्षम न होने की ओर इशारा करता है। जबकि सरकार लगातार पर्याप्त टेस्ट और किसी भी आपातकालीन प्रकोप से निपटने के लिए पूरी तैयारी का दावा कर रही है। लेकिन ऐसा नहीं है। मुझे लगता था कि वह रिपोर्ट्स गलत हैं लेकन अब मुझे उन रिपोर्ट्स पर यकीन हो रहा है।