मुंबई पुलिस ने एक समुदाय के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी के लिए टेलीविजन अभिनेत्री मुनमुन दत्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एक अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मामला ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की अभिनेत्री द्वारा सोशल मीडिया पर 9 मई को मेक-अप के संबंध में एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। यह वीडियो सोशल मीडिया मंचों पर काफी प्रसारित हुआ था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘समुदाय के नेता और एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता नरेश बोहित (40) द्वारा गोरेगांव पुलिस थाने में 12 मई को दी गई शिकायत के आधार पर दत्ता के खिलाफ 26 मई को मामला दर्ज किया गया।’’ उन्होंने कहा कि चूंकि अभिनेत्री अंबोली पुलिस थाना क्षेत्र में रहती हैं इसलिए शिकायत उक्त पुलिस थाने को भेज दी गयी। जांच के बाद बुधवार को अभिनेत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी।
अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के पर मुनमुन दत्ता के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत दर्ज हुई FIR
अधिकारी ने बताया कि अभिनेत्री के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 295 (ए) (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान कर उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण किया गया कार्य) और अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम की धारा तीन के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस टिप्पणी के बाद अभिनेत्री की काफी आलोचना हुई थी जिसके बाद 10 मई को उन्होंने माफी भी मांगी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि अलग भाषायी परिवेश से होने के कारण उक्त शब्द के अर्थ से वह अनजान थीं। इससे पहले अभिनेत्री के खिलाफ ऐसे ही मामले हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी दर्ज हुए हैं।
मांग चुकी हैं माफी
मुनमुन ने सोशल मीडिया पर वीडियो के संदर्भ में माफी भी मांगी थी। उन्होंने लिखा था- 'ये एक वीडियो के संदर्भ में है, जिसे मैंने कल पोस्ट किया था, जहां मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है। यह अपमान, धमकी, या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था।'
एक्ट्रेस ने आगे लिखा- 'मेरी भाषा के अवरोध के कारण मुझे सही मायने में शब्द के अर्थ के बारे में गलत जानकारी थी। एक बार जब मुझे इसके अर्थ से अवगत कराया गया तो मैंने तुरंत वह भाग को निकाल दिया। मेरा हर जाति, पंथ या लिंग से हर एक व्यक्ति के लिए अत्यंत सम्मान है और हमारे समाज या राष्ट्र में उनके अपार योगदान को मैं स्वीकार करती हूं। मैं ईमानदारी से हर व्यक्ति से माफी मांगना चाहती हूं जो शब्द के उपयोग से अनजाने में आहत हुए हैं और मुझे उस के लिए खेद है।'