समर वेकेशन में कुछ बच्चों को फैमिली के साथ बाहर घूमना पसंद है तो कुछ को घर पर रहना अच्छा लगता है। ऐसे में आप भी आपने बच्चों की गर्मियों की छुट्टी को खास बनाना चाहते हैं तो ओटीटी पर बच्चों के लिए कुछ खास फिल्में और सीरीज बनी हुई है जिन्हें आप घर बैठे देख सकते हैं। इन फिल्मों ने बच्चों का मनोरंजन किया तो दूसरी ओर सभी को गंभीर संदेश भी दिया। आज हम आपको ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने वाले हैं। यहां देखें पूरी लिस्ट...
तारे जमीन पर
इस फिल्म में आमिर खान हैं। एक्टर के निर्देशन में बनी ये पहली फिल्म 'तारे जमीन पर' एक बच्चे पर बेस्ड है। इस फिल्म के जरिए उन्होंने बच्चों के भीतर को चल रहा है उसे बताने की कोशिश की है। फिल्म आठ साल के ईशान दर्शील सफारी की कहानी दिखाई गई है।
आई एम कलाम
यह फिल्म छोटू नाम के 12 साल के बुद्धिमान लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है। गरीबी में रहने के बावजूद छोटू हर हालात में अपनी खुशियां ढूंढ लेता है। वो अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए छोटे से होटल में काम करता है और शाम को पढ़ाई करता है। एक दिन छोटू भारत के राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को टेलीविजन पर देखता है और उनकी तरह बनने की सोचता है। वह अपना नाम बदलकर कलाम रख लेता है।
भूतनाथ
फिल्म 'भूतनाथ' 2008 में रिलीज हुई थी। इसमें अमिताभ बच्चन ने भूतनाथ का किरदार निभाया था। फिल्म में उनका किरदार एक भूत का होता है। फिल्म भूतनाथ में चाइल्ड आर्टिस्ट अमन सिद्दीकी यानी बंकू ने निभाया था। यह फिल्म विवेक शर्मा द्वारा निर्देशित एक हॉरर कॉमेडी-ड्रामा है। फिल्म में अमिताभ बच्चन, जूही चावला और शाहरुख खान मुख्य भूमिका में हैं।
चिल्लर पार्टी
इस फिल्म की तो बात ही अलग है। इसमें बच्चों के गैंग की कहानी को दिखाया गया हैं। इस मूवी में बच्चों की हिम्मत देख आप भी खुश हो जाएंगे। वहीं इस फिल्म को देखने के बाद इतना तो साफ हो जाएगा की छोटे बच्चे चाहें तो किसी को भी धूल चटा सकते हैं।
स्टेनली का डब्बा
इस फिल्म में फोर्थ क्लास के बच्चों की कहानी पर फोकस किया गया है। कक्षा में स्टेनली बहुत ही समझदार और मेहनती लड़का होता है और वह पूरे क्लास के बच्चों का फेवरेट भी होता है। स्टेनली किसी वजह से अपना टिफिन नहीं ला पाता है। उधर हिंदी के टीचर वर्मा जी बच्चों के खाने पर नजर लगाए रहता है। इस फिल्म में दिखाया जाता है की एक टीचर बच्चों का टिफिन खा लेता है और डांट लगाता है।