कल यानि 21 जून को पूरे विश्व में संगीत दिवस मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत 1982 में फ्रांस में हुई थी। जिस तरह से शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज और पौष्टिक खाने की जरुरत है, ठीक वैसे ही दिमाग को शांत और खुश रखने में म्यूजिक का भी बड़ा योगदान है। पार्टी करनी हो या फिर किसी को प्रपोज करना हो.. ब्रेकअप होने पर दिल टूट गया हो या फिर कोई भी त्योहार मनाना हो.. आपको संगीत की दुनिया में हर तरह के गानें मिलेंगे। आइये इस खास मौके पर जानते हैं कि आखिर इस दिन को सेलिब्रेट करने के पीछे का कारण क्या है।
कब और कैसे हुई संगीत दिवस मनाने की शुरुआत?
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जैसा कि आपको बताया कि विश्व संगीत दिवस की शुरुआत फ्रांस में 1982 में हुई थी। फ्रांस में संगीत को लेकर इतना जबरदस्त क्रेज देखने को मिला कि उस समय के सांस्कृतिक मंत्री जैक लैंग ने इस खास दिन को मनाने की घोषणा कर दी।
पहले संगीत दिवस पर 32 देश हुए थे शामिल
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इस दिन को फेटे डी ला म्यूजिक (Fete de la Musique) के नाम से भी जाना जाता है। जानकारी के अनुसार, पहले संगीत दिवस पर फ्रांस के साथ 32 से ज्यादा देश शामिल हुए थे। इसके तहत कई कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिसमें पूरी रात जश्न मनाया गया। अब इसे पूरी दुनिया में सेलिब्रेट किया जाता है।
दिलचस्प बात ये है कि इस खास दिन पर कोई भी कलाकार अपने काम के लिए फीस नहीं लेता है। हर जगह सिर्फ म्यूजिक ही सुनाई देता है।