नई दिल्ली: जाने माने संगीतकार खय्याम का 92 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। उन्हें तबीयत खराब होने के चलते कुछ दिन पहले अस्पताल लाया गया था। 16 अगस्त को उनके आईसीयू में होने और हालत नाजुक होने की रिपोर्ट्स सामने आई थीं। कार्डियक अरेस्ट उनकी मौत की वजह बना। खय्याम का पूरा नाम मोहम्मद जहूर खय्याम हाशमी था, लेकिन बॉलीवुड में उन्हें खय्याम नाम से जाना गया। साल 2011 में खय्याम को पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया था। खैय्याम ने 'कभी कभी' और 'उमराव जान' जैसी फिल्मों में दिये संगीत के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड भी अपने नाम किया। ऐसे मशहूर संगीतकार के निधन से देश में शोक की लहर है। उनके निधन पर कई जानी-मानी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है।
मशहूर गायिका और भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने उनके निधन पर कहा कि खय्याम साहब मुझे अपनी बहन मानते थे। वो मेरे लिए अपनी खास पसंद के गाने बनाते थे। उनके साथ काम करते हुए बहुत अच्छा लगता था और डर भी लगता था क्योंकि वो बड़े परफेक्शनिस्ट थे। उनकी शायरी की समझ बहुत कमाल थी।
उन्होनें आगे लिखा कि इसलिए मिर तकी मिर जैसे महान शायर की शायरी उन्होनें फिल्मों में लाई। 'दिखाई दिए यूं' जैसी खुबसुरत गजल हो या 'अपने आप रातों में' जैसे गीत, खय्याम साहब का संगीत हमेशा दिल को छू जाता था। राग पहाड़ी उनका पसंदीदा राग था।
लता मंगेशकर ने कहा कि ऐसी ना जाने कितनी बातें याद आ रही है। वो गाने वो रिकार्डिंग्स याद आ रही है। ऐसा संगीत शायद फिर कभी ना होगा। मैं उनको और उनके संगीत को वंदन करती हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने ट्विट करते हुए लिखा कि सुप्रसिद्ध संगीतकार खय्याम साहब के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपनी यादगार धुनों से अनगिनत गीतों को अमर बना दिया। उनके अप्रतिम योगदान के लिए फिल्म और कला जगत हमेशा उनका ऋणी रहेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।
बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन ने भी खय्याम साहब को याद करते हुए ट्वीट किया, 'म्यूजिक के लेजेंड, कोमल स्वभाव, मिलनसार इंसान का आज निधन हो गया।
लेखक जावेद अख्तर ने ख्यायाम साहब को याद करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि महान संगीतकार ख्य्याम साहब हमें छोड़कर चले गए। हमेशा उन्होंने एक पर एक कमाल संगीत दिया।