श्रवण 90 के दशक में बॉलीवुड के जाने-माने संगीतकार थे। उन्होंने संगीतकार नदीम के साथ मिलकर कई फिल्मों में बेहतरीन संगीत देकर पॉपुलैरिटी हासिल की थी। नदीम-श्रवण की जोड़ी 90 के दशक की सबसे चर्चित जोड़ियों में से एक मानी जाती थी। दोनों की जोड़ी ने पहली बार 1977 में भोजपुरी फिल्म ‘दंगल’ के लिए म्यूजिक दिया था जिसमें इनका कंपोज किया गाना ‘काशी हिले पटना हिले’ काफी हिट साबित हुआ था। इसके बाद दोनों ने पहली बार बॉलीवुड फिल्म ‘जीना सीख लिया’ के लिए संगीत दिया लेकिन दोनों को सक्सेस मिली फिल्म ‘आशिकी’ में दिए संगीत के कारण जो कि बेहद हिट साबित हुई।
इसी फिल्म के बाद नदीम-श्रवण जोड़ी टी सीरीज के गुलशन कुमार की पसंदीदा जोड़ी बन गई और उन्होंने टी-सीरीज की कई फिल्मों में एक से बढ़कर एक संगीत दिया। दोनों प्यार से गुलशन को पापा कहकर बुलाते थे।
इन फिल्मों में दिया था संगीत
दोनों ने 'आशिकी', 'साजन', 'दिल है कि मानता नहीं', 'दीवाना', 'सड़क', 'सैनिक', 'दिलवाले', 'राजा हिंदुस्तानी', 'फूल और कांटे', 'परदेस', 'ये दिल आशिकाना', 'राज', 'कयामत', 'दिल है तुम्हारा', 'बेवफा' और 'बरसात','धड़कन' जैसी कई फिल्मों में संगीत देकर सफलता हासिल की थी।