- फिल्म रिव्यू: जरा हटके जरा बचके
- स्टार रेटिंग: 2.5 / 5
- पर्दे पर: 2 जून
- डायरेक्टर: लक्ष्मन उतेकर
- शैली: रॉमकॉम
विक्की कौशल और सारा अली खान की फिल्म 'जरा हटके जरा बचके' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फैंस को फिल्म का काफी दिनों से इंतजार था। इसलिए हम आपके लिए फिल्म की टॉप हाइलाइट्स लेकर आए हैं। दरअसल, फिल्म की कहानी काफी कमजोर है और निर्देशन में जादू नजर नहीं आया है। विक्की कौशल और सारा अली खान की कॉमेडी-ड्रामा फिल्म निम्न मध्यवर्गीय परिवारों की समस्याओं को हल्के-फुल्के अंदाज में उजागर करती है।
घर, प्राइवेसी और तलाक के इर्द-गिर्द है फिल्म
फिल्म की कहानी एक तलाक ड्रामे के इर्द-गिर्द है, जिसे कॉमिक अंदाज में दिखाया गया है। कॉमिक सीन्स की टाइमिंग सही है, जो फिल्म को थोड़ा मजेदार बनाती है। कमजोर पटकथा की भरपाई विक्की और सारा की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने की है। उनकी एनर्जी और अटूट रिश्ता फिल्म से दर्शकों को बांधे रखता है। निर्देशक लक्ष्मण उटेकर अपनी इस फिल्म में एक छोटे शहर के रोमांस को दिखाते नजर आ रहे हैं। इस फैमिली ड्रामा में विक्की कौशल और सारा अली खान एक मध्यवर्गीय जोड़े के रूप में हैं, जो प्यार में पागल हो जाते हैं और शादी कर लेते हैं, लेकिन जल्द ही तलाक पर विचार कर रहे हैं। ये अपने परिवार के सामने हमेशा झगड़ते रहते हैं। फिल्म में केमिस्ट्री, फैमिली ड्रामा, रोमांस और कॉमेडी के साथ-साथ समाज पर मजाकिया टिप्पणी की गई हैं। फिल्म दिखाया है कि एक कपल खुशहाल जीवन जीने का फैसला नहीं कर पा रहा है। वैसे इसके बाद कहानी में एक ट्विस्ट है।
जब होती है कपिल और सौम्या की शादी
कपिल दुबे (विक्की कौशल) उनकी पत्नी सौम्या चावला दुबे (सारा अली खान) खुशी-खुशी शादी कर लेते हैं। दोनों तब तक खुश रहते हैं, जब तक एक नया घर खरीदने का फैसला नहीं कर लेते। दोनों घर खरीदने को लेकर उत्साहित रहते हैं। एक सरकारी योजना के तहत नए घर के लिए आवेदन करने के लिए उन्हें एकमात्र विकल्प 'तलाक लेना' है और प्राइवेसी की कमी के कारण वे अपने परिवारों के सामने पूरी लड़ाई के लिए तैयार हैं। घर में प्राइवेसी की कमी के चलते इंदौर में नवविवाहित जोड़े को एक साथ अच्छा समय बिताना का मौका ही नहीं मिलता, जिस वजह से वो नया घर खरीदना चाहते हैं। ये समस्या असल लाइफ से काफी मिलती-जुलती है। मध्यवर्गीय परिवारों में ऐसी समस्या आती हैं।
कॉमेडी सीन से भरी है फिल्म
कपिल की मामी (कनुप्रिया पंडित) पंजाबी बहू पर ताना मारती हैं। जिसके बाद सारा यानी सौम्या घर बदलने का फैसला कर लेती है। इस प्रकार, दोनों एक घर खरीदने की खोज शुरू करते हैं, लेकिन पहली समस्या बजट की आती है। इसके बाद दोनों एक खेल खेलते हैं कि वो तलाक लेंगे। उन्हें लगता है कि तलाक की बात कहने पर परिवार के लोग उन्हें प्राइवेसी देने लगेंगे। एक ओर जहां सौम्या कपिल के कंजूस व्यवहार से चिढ़ी नजर आती है, वहीं कपिल अपनी पत्नी को खुश देखने के लिए कुछ भी कर सकता है, भले ही वह तलाक ही क्यों न हो।
आम लोगों की आम कहानी दिखाती है फिल्म
निर्देशक ने छोटे शहर की इस लव स्टोरी को सही ट्रैक पर रखा है, लेकिन ये कहानी उनकी पिछली निर्देशित फिल्म 'लुका छुपी' की तरह ही नजर आती है, जिसमें कार्तिक आर्यन और कृति सेनन थे। फिल्म लीक से हटकर नहीं है। न ही कोई उपदेश देने की कोशिश नहीं करती है, बल्कि ये आम लोगों की आम कहानी को दिखाती है। सटीक गाने और पर्याप्त कॉमेडी फिल्म को देखने लायक बनाते हैं।
एक्टर्स ने किया है अच्छा काम
'जरा हटके जरा बचके' में एक्टर्स ने अच्छा काम किया है। कहानी में थोड़े नए पन की कमी है, लेकिन फिल्म दर्शकों का मनोरंजन करने में सफल हैं। वन टाइम वॉच की तरह फिल्म को देखा जा सकता है। इस फिल्म से स्मॉल टाउन दर्शक अच्छे से कनेक्ट कर पाएंगे। हाई-वोल्टेज ड्रामा, इमोशन और पंचों के साथ, फिल्म कॉमेडी वाले हिस्से को पूरा करती है लेकिन निर्देशन और निष्पादन का अभाव है। मामा और मामी के रूप में नीरज सूद और कनुप्रिया पंडित, सौम्या के पिता के रूप में इनामुलहक, राकेश बेदी, हरचरण चावला और कपिल के पिता के रूप में आकाश खुराना सहित सहायक कलाकार का काम सराहनीय है।
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