- फिल्म रिव्यू: सिंघम अगेन
- स्टार रेटिंग: 3 / 5
- पर्दे पर: 01.11.24
- डायरेक्टर: रोहित शेट्टी
- शैली: एक्शन ड्रामा
'सिंघम अगेन' देखनी है तो आपके लिए एक मशवरा बेहद जरूरी है। ये फिल्म मजेदार है, लेकिन सिर्फ तभी जब आप अपना दिमाग घर पर रखकर जाएं और इसमें किसी तरह के लॉजिक की तलाश न करें। ये फिल्म आपको हंसाएगी, इमोशनल करेगी और खूब सारे एक्शन-थ्रिलिंग सीन के साथ मनोरंज का तगड़ा डोज देगी। रोहित शेट्टी की कॉप युनिवर्स आपको अंत तक बांधे रखने में सफल है और फिल्म देखते हुए आप हर पल ये जानने के लिए उत्सुक रहेंगे कि आगे क्या होने वाला है, जबकि कहानी का सार शुरू में ही आपको 'रामायण' की शुरुआत के साथ ही मिल जाएगा। सिंघम, सिंघम रिटर्न्स, सिम्बा और सूर्यवंशी के बाद ये कॉप यूनिवर्स की पांचवी फिल्म है। सिंघम अगेन एक मनोरंजक दिवाली धमाका है, जिसमें आपको बॉलीवुड के सभी बड़े सितारे बंदूक थामे नजर आएंगे। अब आगे बढ़ते हैं और हर बारीकी के बारे में विस्तार से बताते हैं।
कहानी
कहानी ठीक वहीं से शुरू होती है, जहां से आखिरी किश्त 'सूर्यवंशी' में छूटी थी। जैकी श्रॉफ उमर हाफीज के रोल में हैं और वो एक बार फिर अपने बेटों की आहुति देने के बाद अपने पोते को तैयार कर चुका है। ये पोता कोई और नहीं बल्कि अर्जुन कपूर हैं, जो फिल्म में डेंजर लंका उर्फ जुबेर हाफिज के नाम के सथ नजर आएगा। डेंजर लंका को ‘आग का तूफान’ के रूप में पेश किया गया है, जिसका सामना सुर्यवंशी (अक्षय कुमार), सिंबा (रणवीर सिंह), सत्या (टाइगर श्रॉफ), शक्ति (दीपिका पादुकोण) और सिंघम (अजय देवगन) मिलकर करेंगे। रामयण की पृष्णभूमि के साथ कहानी आगे बढ़ेगी। ठीक रामायण की सीता की तरह ही सिंघम की पत्नी अवनी (करीना कपूर) का हरण होगा और इसी के साथ कहानी में दमदार ट्विस्ट आएगा, लेकिन इससे पहले आपको फिल्म की शुरुआत में ही सिंघम की धांसू एंट्री के साथ जैकी श्रॉफ का टशन देखने को मिलेगा। कश्मीर की घाटी के बीच उमर हाफिज की गिरफ्तारी ही, डेंजर लंका को इंतेकाम के लिए उकसाएगी और इसके बाद कहानी में रोमांच और बढ़ जाएगा।
कहानी में सिंघम के जेन जी बेटे की झलक है, जो कहानी के अंत तक देश की मिट्टी की कद्र करना सीख जाएगा। रामायण की तरह ही सिंघर की कहानी में भी रामेश्वरम और हंपी की जिक्र आएगा। एक तरफ रामायण और दूसरी तरफ सिंघम की कहानी पैरलली चलेगी। सिंघम की रामायण में वो खुद राम, अवनी (करीना कपूर खान) सीता, सत्या (टाइगर श्रॉफ) लक्ष्मण , शक्ति (दीपिका पादुकोण) विभीषण, सिम्बा (रणवीर सिंह) भगवान हनुमान, सूर्यवंशी (अक्षय कुमार) गरुड़ देव, दया जटायु और डेंजर लंका (अर्जुन कपूर) रावण हैं।
निर्देशन
2 घंटे 24 मिनट की 'सिंघम अगेन' का निर्देशन रोहित शेट्टी ने किया है, जिसका सीधा मतलब है कि फिल्म में एक्शन की कोई कमी नहीं होने वाली। आग लगने से लेकर गाड़ियां उड़ना, हेलीकॉप्टर से लटकना और हवा में झूलना आम बात है। शुरुआत थोड़ी श्लो है, जो इसे उबाऊ और हद से ज्यादा ड्रैमेटिक भी बनाती है, लेकिन इंटरवल तक पहुंते से कुछ पल पहले ही कहानी ऐसा टर्न लेती है कि फिल्म बोरिंग से कमाल हो जाती हैं। अगर शुरुआत के 30-35 मिनट आप इसे झेल गए तो आपको असली मजेदार सीन देखने से कोई नहीं रोक पाएगा। स्क्रीनप्ले कुछ हिस्सों में बेमेल है, लेकिन कभी-कभी बहुत ज्यादा खिंचा हुआ भी लगता है, यही वजह है कि कहानी स्ट्रेच होती है।
इंटरवल आते-आते कहानी तेजी से आगे बढ़ती है। अगर इसे सिर्फ कॉमर्शियल फिल्म के तौर पर देखें तो ये पूरी तरह से कमाऊ मटीरियल है। पिछले भागों की तरह ही इस बार भी खूब ड्रामा और थ्रिल है। पूरी फिल्म में कोई गाना नहीं है। लेकिन रवि बसरूर के बैकग्राउंड ट्रैक्स काफी प्रभावी हैं, जो कहीं भी गाने की कमी नहीं खलने देते। हर किरदार की एंट्री के साथ ही अलग साउंडस्केप का चुनाव रोहित शेट्टी के निर्देशन को और शानदार बना रहा है। हाई-ऑक्टेन ड्रामा और एक्शन के लिए भी अलग तरह के जोशीले म्यूजिक का इस्तेमाल किया गया है।
कैसी है एक्टिंग?
अगर आप 'सिंघम अगेन' में सिंघम का इवोल्यूशन देखने गए हैं तो ऐसा हरगिज नहीं होने वाला है। एक्शन सीक्वेंस के साथ धमाकेदार अंदाज की उम्मीद करना आपको निराश कर सकता है। अजय देवगन की बात करें तो वो कोई खास स्टंट करते नहीं दिख रहे हैं। इस बार उनका अंदाज थोड़ा फीका है। उनके हिस्से कई धमाकेदार डायलॉग जरूर आए, लेकिन कहीं-कहीं उनकी एनर्जी काफी लो लगी। वो सिंघम कम एक हताश पति ज्यादा दिखे। इंटरवल के बाद अजय देवगन ने एक्टिंग में जान फूंकी और क्लाइमैक्स सीन पहुंचने तक उनका दमखम दिखता रहा। वैसे उनके स्लो-मोशन इंट्रोडक्शन सीन में पुराना वाला जज्बा जरूर दिखा।
इंट्रोडक्शन की बात कर ही रहे हैं तो सबसे धांसू एंट्री की बात करते हैं जो सूर्यवंशी यानी अक्षय कुमार के सिवा किसी की हो ही नहीं सकती। एक्टर हमेशा की तरह इस बार भी स्टाइलिश अंदाज में चॉपर से आते हैं। एक्शन के लेवल को अक्षय हमेशा की तरह एक लेवल ऊपर ले जा रहे हैं। कम स्क्रीन टाइम में भी वो लोगों कि नजरों के तारे बने दिखेंगे। सबसे बड़ी बात, वो ही हीरोइन को बचाने वाले असली हीरो हैं। अक्षय फिल्म में कई फनी सीन भी एड कर रहे हैं।
फनी सीन की बात आ ही गई है तो आपको फिल्म के सबसे ऊर्जावान, शरारती और खूब हंसाने वाली चरित्र से परिचित कराते हैं। सिम्बा की एंट्री के साथ ही आपकी हंसी छूटने लगेगी। गरमागरम माहौल में थोड़ा लचीलापन आएगा। अक्षय और रणवीर सिंह के फन बैंटर आपको एंगेज करेंगे। इतना ही नहीं रणवीर सिंह एक्शन सीन्स में जम रहे हैं। वो ओजी एक्शन हीरो अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के बाद नए स्टाइलिश एक्शन हीरो बनने की रेस में आगे निकल रहे हैं।
टाइगर श्रॉफ के हिस्से में कम डॉयलॉग आए हैं और शायद ये उनके लिए कारगर भी साबित हुआ है। उन्होंने अपने दमदार एक्शन से समा बांध दिया है। टाइगर को एक्शन करते देख आप पलकें भी नहीं झपका पाएंगे। करीना कपूर एक ओवर ड्रेमेटिक महिला के रोम में हैं। करीना पर ऐसे बब्ली किरदार जचते भी हैं। करीना इस बार भी फिल्म में निखर कर सामने आई हैं, लेकिन पूरी कहानी उनके इर्द-गिर्द होते हुए ही सब्सटेंस मिसिंग है। जैकी श्रॉफ, उमर हाफिज के छोटे किरदार में हैं, लेकिन उनसे एक पल के लिए भी नजरें चुरा पाना बेहद मुश्किल है। उनकी आंखों में इंतेकाम...बदला नजर आ रहा है।
दीपिका ने किया निराश, लेकिन चमका ये सितारा
दीपिका पादुकोण ने शक्ति शेट्टी का किरदार निभाया है, ये कहना गलत नहीं होगा कि ये फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी हैं। ये दीपिका का सबसे फीका किरदार है जो उन पर जरा भी नहीं जचा है। न करीना ने धांसू एक्शन किया है और न उनके डायलॉग डिलीवरी में दम है। दीपिका को इस किरदार में देख निराश होना तय है। डेंजर लंका के रोल में अर्जुन कपूर जम रहे हैं। वो इस फिल्म की जान हैं। उनको देखना किसी ट्रीट से कम नहीं है। उनका ये किरदार उनकी सभी परफॉर्मेंस पर भारी है। ये कह सकते हैं कि उन्होंने अब तक की सबसे बेहतरीन एक्टिंग की है। श्वेता तिवारी, दयानंद शेट्टी और सारा भी छोटे किरदारों में असरदार हैं। खास तौर पर सीआईडी वाले अंदाज में दयानंद शेट्टी को देखना पुरानी यादों को ताजा कर रहा है।
कैसी है फिल्म
'सिंघम अगेन' एक पावर पैक्ड फिल्म है, जिसे आप एक बार जरूर देख सकते हैं। फिल्म की कहानी आपका मनोरंज करेगी, कुछ सीन जरूर खटकते हैं, जैसे अजय देवगन का उंगलियों से गोली मारना, लेकिन कुछ मिलाकर ये फिल्म देखने लायक है। इसे इंडिया टीवी की तरफ से 3 स्टार दिए जा रहे हैं।