- फिल्म रिव्यू: रॉकी और रानी की प्रेम कहानी
- स्टार रेटिंग: 3.5 / 5
- पर्दे पर: जुलाई, 28 2023
- डायरेक्टर: करण जौहर
- शैली: फैमिली ड्रामा, रोम कॉम
Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani Movie Review: 'ऐ दिल है मुश्किल' के 7 साल बाद करण जौहर ने 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' बनाई... जिसके साथ निर्देशक के तौर पर करण जौहर फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल पूरे कर रहे हैं। फिल्म में आलिया भट्ट और रणवीर सिंह लीड रोल में हैं। फिल्म का ट्रेलर और सॉन्ग पहले ही लोगों का प्यार पा चुके हैं वहीं अब आज यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार शबाना आजमी, धर्मेंद्र और जया बच्चन भी हैं। सिनेमाहॉल जाने और टिकट खरीदने से पहले यहां जानिए कैसी है यह फिल्म...
बॉलीवुड स्टाइल फैमिली तड़का लव स्टोरी
वो कहते हैं ना opposites attract.... रॉकी (रणवीर सिंह) और रानी (आलिया भट्ट) एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, किसी भी बात में दोनों का कोई मेल नहीं। जैसे रॉकी एक पंजाबी रईस परिवार से ताल्लुक रखता है, फैमिली बिजनेस है तो जाहिर है पैसा अढ़ेल है मगर परिवार के लोग रूढ़िवादी विचारधारा से ग्रस्त हैं, रॉकी अपने माता- पिता (क्षिति जोग-अमीर बशीर), बहन (अंजली आनंद) दादाजी कंवल (धर्मेंद्र) के साथ रहते हैं, मगर इस घर में अगर किसी की चलती है तो सिर्फ दादी धनलक्ष्मी (जया बच्चन) की। वहीं दूसरी तरफ रानी एक बंगाली परिवार से आती है, जो जर्नलिस्ट हैं और काफी खुली विचारधारा के साथ पली बढ़ी हैं। रानी के घर उनके पिता (टोटा रॉय चौधरी), जो कत्थक डांसर हैं, मां (चूर्णी गांगुली) और दादी जामीनी (शबाना आजमी) हैं।
अपने-अपने परिवार से जुड़े एक बहुत ही जरूरी मसले को सुलझाने के चक्कर में दोनों की मुलाकात होती है, साथ साथ रॉकी और रानी भी एक दूसरे को पसंद भी करने लगते हैं। मगर उन्हें यह भी पता है कि दोनों परिवारों का दिल जीतना बिल्कुल आसान नहीं है। तभी दोनों को आइडिया आता है कि क्यों ना एक दूसरे के घर में थोड़ा वक्त बताएं ताकि वह दूसरे के परिवार कुछ समझ पाए और परिवार भी उन्हें अपना लें। 3 महीने के लिए दोनों एक दूसरे के घर आ जाते हैं। रॉकी का घर महल जैसा है और रानी का घर कला और संस्कृति से सराबोर। अब शुरू होती है दोनों की जद्दोजहद, किस तरह से रानी, रॉकी के परिवार के हर एक सदस्य के जीवन में बदलाव लेकर आती है, उन्हें उनके व्यक्तित्व से मिलवाती है। दूसरी तरफ रानी के घर में रॉकी के जीवन में क्या कुछ बदल जाता है। क्या यह सब कुछ आसान होता है? क्या यह दोनों परिवारों की विचारधारा को बदलने में सक्षम होते हैं? कैसे रॉकी,रानी के घर और उनके संस्कृति को समझ पाते हैं?
इन फिल्मों की दिलाई याद
वैसे दर्शकों को इस फिल्म में कभी 'टू स्टेट्स' तो कभी 'बावर्ची' की थोड़ी बहुत झलक जरूर नजर आएगी। मगर इन सब की बुनियाद है फिल्म का सब प्लॉट... जो कहानी को एक नई दिशा देती है। जिसकी जिम्मेदारी जया बच्चन धर्मेंद्र और शबाना आजमी के किरदारों की जिंदगी के इर्द-गिर्द बुनी हुई कहानी पर है। इससे ज्यादा कहना ठीक नहीं होगा क्योंकि, हम आपको कोई स्पॉयलर देना नहीं चाहते।
म्यूजिक है जबरदस्त
प्रीतम ने इस फिल्म के हर एक गाने को एक बेहतरीन तरीके से पेश किया। खास तौर पर जब हम 2 जनरेशन्स की बात करते हैं, तो आपको कई पुराने सुपरहिट गानों का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। सोनू निगम, अरिजीत सिंह, जोनिता गांधी जैसे सिंगर्स ने 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में अपनी आवाज दी है।
क्यों देखना चाहिए यह फिल्म
- करण जौहर से बेहतर फैमिली ड्रामा शायद ही कोई बना पाए। 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में दो जनरेशन के बीच सोच की अदला-बदली, रिश्तों की गहराइयां, हंसी के फव्वारे, भव्य और खूबसूरत सेट, अच्छे गाने, बेहतरीन एक्टर्स, मजेदार डायलॉग्स और मनोरंजन का भरपूर तड़का लगाया गया है।
- रणवीर सिंह एक मंझे हुए एक्टर हैं और उनका ग्राफ इस फिल्म के साथ एक नया मुकाम हासिल करता है। वह जितना दर्शकों को हंसाते हैं उतना भावुक भी करते हैं। रणवीर इस फिल्म की जान हैं।
- आलिया भट्ट के क्राफ्ट से तो सभी वाकिफ हैं और रानी के रूप में आलिया जितनी खूबसूरत लगी हैं उतना ही उनके आर्ट में निखार नजर आता है। एक आधुनिक और खुली विचारधारा रखने वाली मगर साथ ही परिवार की संस्कृति के जुड़ी रहने रहने वाला करैक्ट एटिट्यूड आलिया में नजर आता है।
- बहुत वक्त के बाद जया बच्चन का बड़े पर्दे एक सशक्त किरदार , शबाना आजमी के किरदार का ट्रैक और धर्मेंद्र का यह कहना कि "घर नहीं तोड़ा करते हैं" बड़े पर्दे पर दर्शकों के लिए एक तोहफा माना जा सकता है।
- रणवीर सिंह और आलिया के डांस ट्रेक्स जो आपने गानों में देखे हैं और रणवीर सिंह का डांस जो आपने अब तक नहीं देखा है।
ये हैं कुछ कमजोरियां
- 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' का ड्यूरेशन करीब 2 घंटे 50 मिनट है, जो कि थोड़ा लंबा लगता है।
- फर्स्ट हाफ से ज्यादा सेकंड हाफ में फिल्म दर्शकों के दिल पर पकड़ बनाने में कामयाब होती है।
- कुछ सींस में धर्मेंद्र को देखकर शायद उनके फैंस इमोशनल हो सकते हैं।
अगर आप फैमिली ड्रामा देखना पसंद करते हैं तो वीकेंड पर 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' देखना अच्छा थीएट्रिकल एक्सपीरियंस रहेगा।