- फिल्म रिव्यू: Rock On 2
- स्टार रेटिंग: 2 / 5
- पर्दे पर: Nov 11, 2016
- डायरेक्टर: शुजात सरकार
- शैली: म्यूजिकल फिल्म
शुजात सौदागर के निर्देशन में बनी फिल्म 'रॉक ऑन 2' शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह 2008 में आई फिल्म 'रॉक ऑन' का सीक्वल है। इस फिल्म को खूब सराहना हासिल हुई थी, इसी कारण अब दर्शक इस फिल्म को देखने के लिए काफी उत्साहित थे। वह लंबे वक्त से फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहे थे। फिल्म में फरहान अख्तर, अर्जुन रामपाल, श्रद्धा कपूर, प्राची देसाई, पूरब कोहली और शशांक अरोड़ा मुख्य किरदारों में नजर आ रहे हैं।
कहानी:-
फिल्म की कहानी वहीं से शुरु होती है जहां 8 साल पहले 'रॉक ऑन' खत्म हुई थी। 'मैजिक बैंड' अपनी बुलंदियों पर है, लेकिन इसी दौरान एक हादसा होता है जो इन्हें बिखेरकर रख देता है। इस घटना के बाद सभी आदित्या (फरहान अख्तर) मुंबई छोड़कर सबसे दूर मेघालय चला जाता है, जहां वह अपनी जिंदगी खेती-बाड़ी करते हुए बिताने लगता है। दूसरी तरफ जो (अर्जुन रामपाल) एक रियलिटी शो में जज बन जाते हैं। केडी (पूरब कोहली) अब भी संगीत से ही जुड़ा हुआ है, लेकिन वह ऐसे लोगों के बीच में है जिन्हें म्यूजिक के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। इन तीनो दोस्तों की जिंदगी से संगीत जैसे बिल्कुल खत्म हो चुका है। इसी दौरान सभी दोस्त आदित्या के जन्मदिन पर एक बार फिर से मेघालय में मिलते हैं और बीती बातें भुलाकर एक बार फिर अपने 'मैजिक बैंड' शुरु करने की बात करते हैं, लेकिन आदित्य इसके लिए राजी नहीं होता। इसके बाद इनकी मुलाकात जिया (श्रद्धा कपूर) से होती है। वह भी संगीत में काफी रुचि रखती, लेकिन उसके पिता पंडित विभूमि (कुमुद मिश्रा) को शास्त्रीय संगीत में महारथ हासिल है और उन्हें वेस्टर्न म्यूजिक से नफरत है। इसी कारण जिया अपने संगीत प्रेम को छुपाकर रखती है। लेकिन इतनी सारी मुसीबतों के बीच आखिर ऐसा क्या होता है कि ये आदित्य फिर से मैजिक बैंड को बनाने के लिए तैयाह होता है? जिया किस तरह इस बैंड के साथ जुड़ती है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।
निर्देशन:-
फिल्म की कहानी में कुछ भी नयापन नजर नहीं आया है। शुजात ने फिल्म में काफी इमोशन सीन्स डाले हैं लेकिन यह भी दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाते। मल्टीस्टारर फिल्म होने के कारण इसकी कहानी पर ध्यान नहीं दिया गया है। फिल्म में सभी किरदार क्या कहने की कोशिश कर रहे हैं इसे समझने में हो सकता है कि आपको कुछ वक्त भी लगे। फिल्म की कहानी काफी जगहों पर स्लो लगती है।
अभिनय:-
फिल्म में फरहान का किरदार काफी सराहनीय है। उन्होंने इसे बखूबी पर्दे पर उतारा है। वहीं दूसरी तरफ अर्जुन, पूरब, शशांक, कुमुद ने अपने किरदारों के साथ इंसाफ किया है। लेकिन श्रद्धा की बात करें तो वह अपने किरदार के साथ और काम कर सकती थीं।
क्यों देखें:-
फरहान के अभिनय के फैन हैं तो इसे देख सकते हैं। उनके अलावा फिल्म में लोकेशन्स काफी खूबसूरत है। मेघालय की वादियों को बेहद शानदार ढंग से दिखाया गया है।