- फिल्म रिव्यू: मोनिका ओ माय डार्लिंग
- स्टार रेटिंग: 4 / 5
- पर्दे पर: 11.11.2022
- डायरेक्टर: वासन बाला
- शैली: सस्पेंस थ्रिलर
Monica O My Darling Hindi Review: राजकुमार राव, हुमा कुरैशी और राधिका आप्टे की फिल्म 'मोनिका ओ माय डार्लिंग' शुक्रवार को 5 भाषाओं में रिलीज हो गई है। मर्डर से शुरू होने वाली ये फिल्म आपको पूरे समय बांधे रख सकती है। सच कहा जाए तो फिल्म मर्डर मिस्ट्री नहीं है बल्कि सीरियल मर्डर मिस्ट्री है। फिल्म में ढेर सारे किरदार हैं और इन सबका एक-एक कर मर्डर होता है। लेकिन क्या ये मर्डर किसी सीरियल किलर ने किया है?
सस्पेंस से लेबरेज कहानी
'मोनिका ओ माय डार्लिंग' की कहानी शुरू होती है और मर्डर के साथ। मर्डर किसने किया ये भी साफ पता चलता है और लगता है कि यहीं से कहानी शुरू होगी। लेकिन फिर छह महीने के बाद की कहानी के साथ फिल्म वापस शुरू होती है और ऐसा लगता है कि वो किस्सा पीछे छूट गया। इसके बाद कहानी आगे बढ़ती है जयंत (राजकुमार राव) के साथ जो कि एक कंपनी का नया शेयर होल्डर है। वजह ये कि कंपनी के मालिक की बेटी उसकी गर्लफ्रेंड निक्की (आकांक्षा रंजन कपूर) है। लेकिन जयंत की ज़िंदगी में दिक्कतें तब आती हैं जब कंपनी की एक और कर्मचारी मोनिका (हुमा कुरैशी) उसके बच्चे के साथ प्रेग्नेंट हो जाती है और उसे ब्लैकमेल करने लगती है।
एक्टिंग में सबने दिखाया दम
फिल्म की स्टार कास्ट इतनी मजबूत है कि सब एक दूसरे पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। राजकुमार राव, हुमा कुरैशी और आकांक्षा रंजन कहानी के मेन किरदार में हैं, सभी ने काफी बढ़िया अभिनय किया है। इसके साथ ही फिल्म में ढेर सारे छोटे छोटे किरदार हैं। सिकंदर खेर, कंपनी के मालिक के बेटे निशि की भूमिका में छोटी मगर मज़ेदार सी पारी खेलते हैं। वहीं गौरव मोरे के किरदार में सुंकात गोयल अपने हर सीन पर आपकी नज़र उनकी तरफ ही खींच कर रखते हैं क्योंकि अगर आपकी नज़र हटी तो क्या पता वो फिर कुछ खेल कर जाएं। बागवती पेरूमल के किरदार में अरविंद स्वामी भी इस मर्डर मिस्ट्री का अहम हिस्सा बनते हैं। राधिका आप्टे, फिल्म के दूसरे हिस्से में अपनी मज़बूत एंट्री लेती हैं, एसीपी नायडू की भूमिका में। वहीं जयंत की बहन शालू के किरदार में ज़ैन मैरी खान है।
डायरेक्शन में परफेक्ट
फिल्म के डायरेक्शन की बात की जाए तो वासन बाला ने हर किरदार को बहुत अच्छे से स्पेस देते हुए अपनी कहानी को आगे बढ़ाया है। फिल्म देखते हुए कई बार आपके रोंगटे खड़े होते हैं तो कई बार आप कॉमेडी सीन पर ठहाका लगाए बिना नहीं रह पाएंगे। यहां सभी किरदार जितने डार्क हैं उतने ही कॉमिक टाइमिंग में परफेक्ट दिख रहे हैं। यह वासन के डायरेक्शन की ही दम कही जाएगी कि वह फिल्म को बहुत कम बजट में काफी हाई प्रोफाइल तरीके से पेश करते हैं।
70 के दशक के म्यूजिक की दिलाई याद
फिल्म नाम एक कैबरे रेट्रो सॉन्ग 'मोनिका ओ माय डार्लिंग' पर है, लेकिन यह नाम उस समय परफेक्ट लगता है कि जब एक-एक करके इसके गाने सामने आते हैं। सभी गाने काफी जबरदस्त हैं, म्यूजिक डायरेक्टर अचिंत ठक्कर हमें बॉलीवुड के रेट्रो युग की याद दिलाते हैं।