- फिल्म रिव्यू: जुड़वा 2
- स्टार रेटिंग: 2.5 / 5
- पर्दे पर: 29 सितंबर 2017
- डायरेक्टर: डेविड धवन
- शैली: एक्शन-कॉमेडी
20 साल पहले डेविड धवन ने ‘हैलो ब्रदर’ नाम की तेलुगू फिल्म का हिंदी रीमेक ‘जुड़वा’ नाम से बनाया था। इस फिल्म में सलमान खान डबल रोल में थे। 20 साल बाद डेविड धवन ने अपने बेटे वरुण धवन को लेकर ‘जुड़वा’ का रीमेक बनाया है। फिल्म के गाने पहले ही हिट हो चुके हैं, लेकिन क्या वरुण धवन ‘जुड़वा 2’ में सलमान वाला जादू दिखाने में कामयाब हुए हैं?
कहानी- ‘जुड़वा 2’ की कहानी दो जुड़वा भाईयों की हैं, जो बचपन में एक-दूसरे से बिछड़ जाते हैं। एक बेटा प्रेम अपने मां-बाप के साथ लंदन चला जाता है, वहीं दूसरा बेटा राजा मुंबई में पलता-बढ़ता है। प्रेम सीधा-साधा है तो राजा मुंबई का टपोरी। कहानी में मोड़ तब आता है जब राजा (वरुण धवन) अपने दोस्त नंदू (राजपाल यादव) के साथ नकली पासपोर्ट बनवाकर लंदन चला जाता है, जहां उसकी मुलाकात प्रेम (वरुण धवन) से होती है। उसके बाद फिल्म में क्या ट्विस्ट एंड टर्न्स आते हैं, उसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
अभिनय- फिल्म में वरुण धवन डबल रोल में हैं। प्रेम और राजा दोनों के कैरेक्टर में वरुण ने पूरी तरह खुद को ढालने की कोशिश की है। पूरी फिल्म में सिर्फ और सिर्फ वरुण धवन ही छाए रहते हैं। पुरानी ‘जुड़वा’ में एक्ट्रेस करिश्मा कपूर और रम्भा लीड रोल में थीं, इस बार करिश्मा वाला रोल जैकलीन फर्नांडिस और रम्भा वाला रोल तापसी पन्नू ने किया है। तापसी ने इससे पहले ‘पिंक’ और ‘नाम शबाना’ जैसी गंभीर फिल्में की हैं, मगर इस फिल्म में तापसी और जैकलीन दोनों के पास करने को कुछ ज्यादा नहीं था, फिल्म की सारी लाइमलाइट वरुण धवन के हिस्से आई है। जितना रोल उनके हिस्से आया वो ठीक लगी हैं, मगर तापसी को इस तरह के रोल में देखकर मुझे निराशा हुई।
इनके अलावा अनुपम खेर, राजपाल यादव, सचिन खेड़कर, प्राची शाह ने भी अपने-अपने रोल को अच्छी तरह से निभाया है। चार्ल्स के रूप में जाकिर कमजोर लगे हैं। विवान भतेना विलेन के रूप में अच्छे लगे हैं।
म्यूजिक- फिल्म के गाने ‘टन टना टन टन टन टारा’ और ‘ऊंची है बिल्डिंग’ पहले ही हिट हो चुके हैं। पुराने ब्लॉकबस्टर गानों को बड़े पर्दे पर देखने का मजा ही अलग है। लेकिन इन दो रीमिक्स के अलावा फिल्म में जो गाने हैं वो सिनेमाहॉल से बाहर निकलने के बाद याद तक नहीं रहते।
कमियां- किसी ब्लॉकबस्टर फिल्म का रीमेक बनाने में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। लोगों के मन में ‘जुड़वा’ के लिए एक अलग ही इमेज है, आज भी यह फिल्म टीवी पर आ जाए तो लोग देखना पसंद करते हैं। मगर फिल्म का रीमेक बनाने में ज्यादा मेहनत नहीं की गई है। जब हमें फिल्म की कहानी पता होती है तो वैसे ही आधा मजा आता है, अगर ट्रीटमेंट अच्छा होता तो यह फिल्म काफी अच्छी बन सकती है। फिल्म के डायलॉग बेहद चलताऊ टाइप हैं। कुछ डायलॉग हमें हंसाते हैं, जैसे ‘बाहुबली को मारने से पहले कटप्पा मामा को मारना होगा...’ मगर ओवरऑल ‘जुड़वा 2’ सिर्फ एक मसाला फिल्म बनकर रह गई है।
खूबियां- फिल्म एंटरटेनिंग है, जिसे देखकर एक बार फिर आपकी 90s वाली यादें ताजा हो जाएंगी। फिल्म के क्लाइमेक्स में सलमान का कैमियो काफी मजेदार है।
देखें या नहीं- अगर आप एंटरटेनमेंट के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो इसे अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ एन्जॉय कर सकते हैं, खासकर क्लाइमेक्स के लिए यह फिल्म देख सकते हैं। लेकिन अगर पहले वाली ‘जुड़वा’ जैसी उम्मीद फिल्म से करेंगे तो आपको निराशा हाथ लगेगी।
स्टार रेटिंग- मेरी तरफ से इस फिल्म को 2.5 स्टार।
-ज्योति जायसवाल @JyotiiJaiswal