- फिल्म रिव्यू: जवानी जानेमन
- स्टार रेटिंग: 2.5 / 5
- पर्दे पर: 31 जनवरी 2020
- डायरेक्टर: नितिन कक्कड़
- शैली: ड्रामा
सैफ अली खान की फिल्म 'जवानी जानेमन' एक ऐसे शख्स की कहानी है जो शादीशुदा लोगों को चोमू और खुद को खुला शेर समझता है। ऐसा इंसान जिसे आजादी पसंद है, दारू और लड़कियों के बीच रहता है अचानक उसे पता चले कि उसकी एक जवान बेटी है तो उसका क्या हाल होगा?
सैफ अली खान फिल्म में जसविंदर सिंह उर्फ जैज के रोल में हैं जो 40 साल का है और शादी, बच्चों को अपनी आजादी का रोड़ा मानता है। तभी तो माता-पिता और भैया-भाभी होने के बाद भी वो अलग रहता है और सिर्फ संडे-संडे उनसे मिलता है। ब्रोकर का काम करने वाला जैज बस लड़कियों के साथ या बार में ही रहना पसंद करता था। अचानक उसकी जिंदगी में एंट्री होती है टिया (अलाया फर्चीनरवाला) की। शुरू में वो उसके साथ भी फ्लर्ट करने की कोशिश करता है लेकिन उसे जब पता चलता है कि वो उसकी बेटी है और ऊपर से प्रेगनेंट तो उसकी हालत खराब हो जाती है। इसके बाद उसकी जिंदगी में क्या-क्या बदलाव आते हैं क्या वो बेटी को अपनाएगा? इन तमाम सवालों के जवाब के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
'फिल्मीस्तान' और 'मित्रों' जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके नितिन कक्कड़ ने यह फिल्म बनाई है। फिल्म का पहला हाफ बहुत तेजी से गुजरता है मगर दिल को खास छू नहीं पाता है। ना ही आप इमोशनली फिल्म से अटैच हो पाते हैं और ना ही फिल्म आपको हंसा पाती है जैसा ट्रेलर देखकर लगा था। मगर सेकंड हाफ आते-आते फिल्म पटरी पर लौट आती है, फिल्म के इमोशनल सीन आपको अच्छे लगेंगे और कुछ सिचुएशनल कॉमेडी सीन भी आपका मनोरंजन करेंगे। फिल्म टुकड़ों में अच्छी है, यानी फिल्म के कुछ कुछ सीन वाकई बहुत अच्छे हैं और आपको ख्याल आता है कि इसे शायद और बढ़िया तरीके से फिल्माया जा सकता था। फिल्म का क्लाईमेक्स प्रिडिक्टिबल था लेकिन आपको बोर नहीं करता है।
फिल्म में कुछ ऐसी सिचुएशन है जो इंडिया के अंदर दिखाई जाती तो शायद आप पचा नहीं पाते, शायद इसीलिए फिल्ममेकर ने फिल्म का बैकग्राउंड विदेशी रखा है।
फिल्म में नए कलाकार दिखते हैं और अलाया की फ्रेशनेस आपको भा जाएगी। ये उनकी पहली फिल्म है लेकिन उन्हें देखकर ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा। उन्हें देखकर लग रहा है कि वो इस फील्ड में लंबा टिकने के लिए आई हैं और पूरी तैयारी के साथ आई हैं। सैफ अली खान हमेशा की तरह शानदार रहे हैं, उन्हें देखकर आपको 'लव आज कल' वाले सैफ की याद आएगी। तब्बू का रोल छोटा है लेकिन वो आपका खूब मनोरंजन करती हैं। फिल्म में सरप्राइज पैकेज रही हैं कुब्रा सैत। सैफ की दोस्त रिया के रोल में कुब्रा का काम काफी अच्छा रहा और वो फिल्म की रौनक भी लगी हैं।
यह एक टाइमपास मूवी है, अगर आप अर्बन फिल्में देखना पसंद करते हैं और सैफ के फैन हैं तो ये फिल्म आप देख सकते हैं। इंडिया टीवी इस फिल्म को 5 में से 2.5 स्टार देता है।