Saturday, November 23, 2024
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इत्तेफाक

सोनाक्षी सिन्हा, सिद्धार्थ मल्होत्रा और अक्षय खन्ना के अभिनय से सजी फिल्म 'इत्तेफाक' को लेकर पिछले काफी वक्त से चर्चा बनी हुई है।

India Tv Entertainment Desk
Updated on: February 09, 2018 16:44 IST
ittefaq
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  • फिल्म रिव्यू: इत्तेफाक
  • स्टार रेटिंग: 3 / 5
  • पर्दे पर: Nov 3, 2017
  • डायरेक्टर: अभय चोपड़ा
  • शैली: थ्रिलर फिल्म

बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा, सिद्धार्थ मल्होत्रा और अक्षय खन्ना के अभिनय से सजी फिल्म 'इत्तेफाक' को लेकर पिछले काफी वक्त से चर्चा बनी हुई है। दर्शक इस फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और आज यह सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह एक डबल मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है। बता दें कि फिल्म वर्ष 1969 में आई राजेश खन्ना और नंदा के अभिनय से सजी इसी नाम से बनी फिल्म की रिमेक है। इस फिल्म को शाहरुख खान के रेड चिलिच एंटरटेनमेंट, करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन और बीआर स्टूडियो ने मिलकर प्रोड्यूस किया है। जो लोग राजेश की फिल्म को पिछली बार देख चुके हैं, वे इस फिल्म की कहानी से बखूबी वाकिफ होंगे। लेकिन इस फिल्म को पहले से और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए इसमें कई दिलचस्प चीजों को जोड़ा गया है, जो दिल दहला देने वाला है। इस फिल्म की कहानी ऐसी है जिसे शायद हर उम्र के दर्शक देखने के लिए उत्साहित होंगे। बता दें कि इस फिल्म के साथ बीआर चोपड़ा के पोते अभय चोपड़ा अपने निर्देशन करियर की शुरुआत कर रहे हैं।

इस फिल्म की कहानी विक्रम सेठी (सिद्धार्थ मल्होत्रा) और माया (सोनाक्षी सिन्हा) के इर्द गिर्द घूमती है। विक्रम की पत्नी और माया के पति का मर्डर हो चुका है। इन दोनों पर ही पुलिस को हत्या करने का शक है। हालांकि ये दोनों ही खुद को बेकसूर बता रहे हैं। इन दोनों केस की जांच पड़ताल पुलिस अधिकारी देव (अक्षय खन्ना) कर रहे हैं। माया और विक्रम के पास देव को सुनाने के लिए अलग अलग कहानियां है। माया, विक्रम पर आरोप लगाती है कि वह उनके घर में जबरदस्ती घुस गया। वहीं दूसरी ओर विक्रम का कहना है कि उसकी कार का एक्सीडेंट हो गया था और वह माया के पास मदद मांगने के लिए गया था। लेकिन माया का व्यवहार उनके साथ काफी दोस्ताना था। अब दोनों ही इंस्पेक्टर देव के सामने अपनी अपनी कहानियां सुनाकर यह साबित करना चाहते हैं कि वे बेकसूर हैं।

लगभग डेढ़ घंटे की इस कहानी में एक भी सीन मिस करने का मतलब है फिल्म का पूरा मजा किरकिरा हो जाना। फिल्म में अक्षय ने एक बार फिर से अपनी बेहतरीन अदाकारी से खुद को साबित किया है। ज्यादातर सीन्स उन्हीं पर फिल्माए गए हैं। उन्हें इस फिल्म की एक मजबूत कड़ी माना जा सकता है, जो अंत तक दर्शकों को फिल्म के साथ जोड़े रखने में सफल होते हैं। लेकिन क्या देव इस डबल मर्डर मिस्ट्री के सच पता लगा पाएंगे? आखिर माया और विक्रम में से किसने यह हत्याएं की हैं? और अगर ये दोनों बेकसूर हैं तो फिर वो तीसरा शख्स कौन है? फिल्म में कई ऐसे दिलचस्प ट्विस्ट हैं। इसकी कहानी काफी अलग है जो दर्शकों को पसंद आ सकती है। इस वीकएंड आप इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों का रुख कर सकते हैं।

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