- फिल्म रिव्यू: हाउसफुल 4
- स्टार रेटिंग: 2 / 5
- पर्दे पर: 25 अक्टूबर 2019
- डायरेक्टर: फरहाद सामजी
- शैली: ड्रामा-फैंटसी
Housefull 4 Movie Review (हाउसफुल 4 मूवी रिव्यू): अक्षय कुमार की फ़िल्म 'हाउसफुल 4' आज बड़े परदे पर रिलीज़ हो गयी। ये फ़िल्म इस फ़्रेंचाइज़ी की चौथी फ़िल्म है, हर बार की तरह इस बार भी फ़िल्म में तीन हीरो और तीन हीरोइन है। अक्षय और रितेश के अलावा फ़िल्म के लीड ऐक्टर्स फिर से बदल गए हैं, इस बार बॉबी देओल, कृति सेनन, कृति खरबंदा और पूजा हेगड़े इस फ़िल्म से जुड़े हैं। क्या ये फ़िल्म पिछली हाउसफुल जैसी दर्शकों को हंसाने में कामयाब हो पाई है? आइए जानते हैं।
जैसा कि फ़िल्म के ट्रेलर से ही आप समझ गए होंगे कि ये कहानी पुनर्जनम की है, पिछले जन्म का अधूरा प्यार इस जन्म में पाने की कोशिश होती है। फिल्म में बहुत सारा कन्फ्यूजन और बहुत सारा मसाला डालने की कोशिश की गई है। 'हाउसफुल 4' की कहानी 1419 के सितमगढ़ से शुरू होती है और खत्म होती है 2019 के सितमगढ़ पर। छह सौ साल बाद तीन जोड़े और उनके आस-पास के सभी लोग पुनर्जन्म लेते हैं। 2019 का हैरी (अक्षय कुमार) जो 1419 में राजकुमार बाला था, 2019 का रॉय (रितेश देशमुख) जो 1419 में डांस गुरू था और 2019 का मैक्स (बॉबी देओल) जो 1419 में अंगरक्षक धर्मपुत्र था। इन लोगों की इस जन्म में फिर से अपनी-अपनी प्रेमिकाओं कृति, पूजा और नेहा से मुलाकात होती है, जो पिछले जन्म में राजकुमारी मधु, माला और मीना थीं।
फिल्म में बहुत सारे कैमियो हैं और छोटे-छोटे रोल में कई बड़े कलाकार जोड़े गए हैं। दुख की बात ये है कि इतने सारे कलाकारों के होने के बावजूद यह फिल्म औसत है। जॉनी लीवर, शरद केलकर, चंकी पांडे और राणा डग्गूबाती के टैलेंट को फिल्म में वेस्ट किया गया है। फिल्म की कहानी हमें ट्रेलर में ही पता चल जाती है इसलिए जबरदस्ती की खींची गई कहानी हमें बोर करती है। जबरदस्ती के डायलॉग्स और जोक्स फिल्म में ठूंसने की कोशिश की गई है लेकिन फिर भी आपको हंसी नहीं आएगी। फिल्म के डायलॉग भी बहुत कमजोर लिखे गए हैं।
अक्षय कुमार हर बार की तरह अपने खास अंदाज में कॉमेडी करते हैं उनके अलावा पर्दे पर किसी और का जादू नहीं चलता है। बेतुकी कहानी और कमजोर निर्देशन ने फिल्म की नींव ही हिला दी है। ऐसा कोई किरदार या ऐसा कोई पल नहीं है जो आपके मन में छाप छोड़े। हाउसफुल 4 इस सीरीज की सबसे कमजोर फिल्म है। इससे पहले बनी फिल्मों में आपको हंसी आती है लेकिन इस बार अक्षय के फैन्स को यह फिल्म निराश कर सकती है।
फरहाद सामजी का निर्देशन बहुत कमजोर और कन्फ्यूजन से भरा है। कहानी के नाम पर कुछ भी नया नहीं है। वही पैसों के लिए लड़कियों को पटाना और वही पुनर्जन्म की घिसी पिटी कहानी आपको बोर करती है। फिल्म का गाना 'बाला' जरूर अच्छा है और फिल्म से बाहर निकलते वक्त सिर्फ वही आपको याद रह जाएगा।
यह फिल्म दिवाली के मौके पर रिलीज की गई है, ऐसे में फैन्स यह फिल्म देखने जा सकते हैं। आज के शो में भीड़ जरूर बहुत कम नजर आई। अगर आप अक्षय कुमार के फैन हैं तो हाउसफुल 4 देख सकते हैं। इंडिया टीवी की तरफ से इस फिल्म को 5 में से 2 स्टार मिलेंगे।