- फिल्म रिव्यू: Great Grand Masti
- स्टार रेटिंग: 2 / 5
- पर्दे पर: July 15, 2016
- डायरेक्टर: इंद्र कुमार
- शैली: सेक्स कॉमेडी फिल्म
विवेक ओबेरॉय, रितेश देशमुख और आफताब शिवदसानी के अभिनय से सजी इंद्र कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' 15 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। यह 2004 में आई फिल्म 'मस्ती' सीरीज की तीसरी फिल्म है। इसकी पिछली दो फिल्मों ने बॉक्सऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन इस फिल्म में दर्शकों को पिछली दोनों फिल्मों जैसा कुछ भी मजेदार नहीं नजर आया। यह एक हॉरर सेक्स कॉमेडी फिल्म है। लेकिन फिल्म में न तो सेक्स कॉमेडी दिखी और न ही हॉरर नजर आया।
कहानी:-
फिल्म की कहानी शुरु होती है अमर सक्सेना (रितेश देशमुख), मीत मेहता (विवेक ओबेरॉय) और प्रेम चावला (आफताब शिवदासानी) से, ये तीनों अच्छे दोस्त हैं और तीनों ही शादीशुदा हैं। लेकिन तीनों के पास खूबसूरत बीवियां होने के बावजूद भी ये उनके साथ खुश नहीं हैं और इधर-उधर हाथ-पांव मारते रहते हैं। एक दिन अमर अपने गांव जाकर अपनी पुरानी हवेली को बेचने की योजना बनाता है। इसमें उनके साथ मीत और प्रेम भी ये सोचकर जाते हैं कि कुछ मस्ती करेंगे। गांव में इस हवेली को भूतिया कहा जाता है, लेकिन इस बात से अंजान ये तीनों जब उस हवेली में पहुंचते हैं तो इनकी मुलाकात रागिनी (उर्वशी रौतेला) से होती है। इसके बाद ये तीनों रागिनी को किसी भी तरह से अपना बनाने के सपने देखने लगते हैं। लेकिन ये तीनों ही रागिनी से जुड़ी एक अह्म बात से अंजान हैं। उस महत्वपूर्ण चीज को जानने के लिए आपको इसे देखने सिनेमाघरों तक जाना होगा। इस बीच कहानी में कई दिलचस्प मोड़ आते हैं और फिल्म आगे बढ़ती हैं। इसी दौरान कहानी में अंताक्षरी बाबा (संजय मिश्रा), रामसे (सुदेश लहरी) और गांव की एक और खूबसरूत बाला शिनी (सोनाली राउत) की एंट्री होती है।
अभिनय:-
फिल्म में किरदारों के अभिनय की बात करें तो रितेश देशमुख सभी पर भारी पड़ते हुए नजर आए हैं। उनकी डायलॉग डिलीवरी काफी बेहतरीन है। फिल्म में उनकी सास के किरदार में नजर आईं ऊषा नाडकारी ने भी अपनी भूमिका के साथ पूरी तरह से इंसाफ किया है। वहीं विवेक, आफताब और उर्वशी भी अपने-अपने किरदारों ठीक ही लगे हैं। फिल्म में कॉमेडियन सुदेश लहरी और श्रेयास तलपड़े कैमियो में नजर आए हैं। लेकिन उन्होंने इसमें भी अपनी छाप छोड़ दी है।
निर्देशन:-
'मस्ती' सीरीज में बनी पिछली दोनों फिल्मों की कामयाबी के बाद फिल्म के निर्देशक इंद्र कुमार ने अपनी इस फिल्म से दर्शकों को काफी निराश किया है। फिल्म की कहानी बेहद कमजोर है। फिल्म की कहानी पहले हाल्फ में काफी सुस्त है। दर्शकों को हंसाने की भी खूब कोशिश की गई है। लेकिन डबल मिनिंग डायलॉग्स और हॉट सीन्स भी दर्शकों को लुभा नहीं पाए। इस फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि मस्ती के सीक्वल पर अब विराम लगने जाएगा।