![Dolly Ki Doli](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
- फिल्म रिव्यू: Dolly Ki Doli
- स्टार रेटिंग: 3 / 5
- पर्दे पर: 23 Jan, 2015
- डायरेक्टर: अभिषेक डोगरा
- शैली: कामेडी
क्या है कहानी-
फ़िल्म की कहानी है डॉली (सोनम केपर) के बारे में जो एक मंझी हुई कॉन आर्टिस्ट हैं। वो नौजवान लड़कों को अपने प्यार में फंसाती हैं, उनसे शादी करती हैं और फिर शादी की रात उन्हें नशे की दवा देकर उनके पैसे लेकर रफू चक्कर हो जाती हैं। वो एक ऐसे गैंग का हिस्सा हैं जो उसका परिवार बनता है।
इस चक्कर में डॉली कई लोगों के दिल तोड़ देती है और कई लोगों को शर्मिंदा भी कर देती है जिनमें एक है हरयाणा का गन्ना किसान सोनू शेखावत (राजकुमार राव) जो डॉली को वापस लाने का मन बना लेता है। आखिरकार पुलीस भी हरकत में आती है और केस सौंपा जाता है एक नौजवान पुलीस ऑफीसर रॉबिन सिंग (पुलकित सम्राट) को। तो क्या डाली पकड़ी जाएगी? जानने के लिए देखिए डाली की डोली।
क्या बनाता है इस फिल्म को मज़ेदार-
ये एक दिलचस्प फिल्म है और डाइरेक्टर अभिषेक डोगरा चीजों को हल्का फुल्का ही रखते हैं। फिल्म के गंभीर दृश्य में भी हंसी आती है। फ़िल्म के सभी किरदार यूं तो काफी दमदार हैं लेकिन जिसमें सबसे ज़्यादा जन होनी चाहिए वो बेजान लगता है और वो है डॉली का किरदार।
फिल्म का संगीत कमज़ोर है पर सोनम का अभिनय काबिल-ए तारीफ़ है और ऊर्जा से भरा है। वहीं राजकुमार राव और वरुण शर्मा का अभिनय भी दमदार है। फ़िल्म आखिर में थोड़ी लंबी या फिर कहें खिंची हुई लगने लगती है। अंत तक आते-आते फ़िल्म के स्क्रीन प्ले में भी गड़बड़ियां है पर ये तय है कि 'डॉली की डोली' आपका मनोरंजन करेगी।