Thursday, November 21, 2024
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Attack Movie Review: जॉन अब्राहम को एक 'सुपर सोल्जर' बनाने में कामयाब रही है 'अटैक'

'अटैक' बॉलीवुड में एक नया कॉन्सेप्ट लेकर आती है। यह आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस और शानदार टेक्नीक कॉम्बिनेशन के जरिए जॉन अब्राहम को एक 'सुपर सोल्जर' बनाने में कामयाब रही है।

देवाशीष पाण्डेय
Published on: April 01, 2022 19:32 IST
Attack
Photo: MOVIE POSTER

Attack

  • फिल्म रिव्यू: Attack
  • स्टार रेटिंग: 3.5 / 5
  • पर्दे पर: Apr 1, 2022
  • डायरेक्टर: लक्ष्य राज आनंद
  • शैली: एक्शन

जॉन अब्राहम की 'अटैक' बॉलीवुड में नए जमाने की एक्शन एंटरटेनर है। फिल्म पूरी तरह से दमदार एक्शन के सिनेमाई पैकेज में आती है। निर्देशक लक्ष्य राज आनंद ने एक्शन सिनेमा की एक नई शैली का परिचय दिया है। अमूमन हिंदी फिल्में में लंबे समय से दक्षिण भारतीय एक्शन सिनेमा से प्रेरित वॉर सीन्स के साथ दर्शकों को बीच पेश की गई हैं। मगर इस फिल्म ने एक्शन के एक खास कॉन्सेप्ट को गढ़ने की कोशिश की है। गौर करने वाली बात यह है कि जॉन पर फिल्म का फोकस होने के बावजूद यह फिल्म अपने नाम के साथ न्याय करती है। अटैक का लुक और फील बहुत ही स्टाइलिश है। यह बॉलीवुड की मसाला फिल्मों में एक्शन का एक नया टच देती है। 

फिल्म में जॉन अब्राहम 'अर्जुन शेरगिल' के किरदार में नजर आते हैं। वह और उसकी टीम एक आतंकवादी को पकड़ने और उसे भारत लाने के मिशन पर हैं। पूरी ओपनिंग सीक्वेंस रात के दौरान सेट की गई है और कंट्रास्ट लाइटिंग सिनेमैटोग्राफी अच्छी तरह से की गई है। पहले 12 मिनट एक्शन से भरपूर हैं और इस बात का संकेत देते हैं कि आगे क्या होने वाला है। तकनीकी पक्ष के स्तर पर बात करें तो फिल्म में गन की फायरिंग की आवाज और बैकग्राउंड स्कोर का तालमेल बेहतर तरह से किया गया है। बाद में अर्जुन और उनकी टीम अपने मिशन में सफल हो जाती है लेकिन मानवता के लिए वे एक बच्चे को जिंदा छोड़ देते हैं। जॉन अब्राहम अपनी इस नई चुनौती से कैसे निपट पाते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

फिल्म की गति भले ही बीच धीमी हो जाती है, लेकिन यह दर्शकों को बांधे रखती है। शुरुआत में फिल्म की कहानी के कई पक्ष जाहिर नहीं हो पाते हैं लेकिन जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, कहानी में कसाव आने लगता है। फिल्म में एक्शन की कड़ियां लगातार जुड़ती चली जाती है। साइंस की नई तकनीक पर आधारित फिल्म में नए इंडिया के पावर को दिखाने की कोशिश करती है। फिल्म कई स्तर पर निराश भी करती हैं। रोमांटिक सीन्स की भरमार फिल्म की कहानी को थोड़ा बोझिल बनाती हैं। 

बात करें एक्टिंग की तो जॉन अब्राहम ने अपने करियर में कई एक्शन फिल्में की हैं। वह इस जॉनर के लिए नए नहीं है। जिसकी झलक इस फिल्म में भी नजर आई उन्होंने अपनी एक्शन फिल्मों के अनुभव का बखूबी इस्तेमाल किया है। उन्होंने अपने सुपर सोल्जर के किरदार को पूरी फिल्म में निभाया है। फिल्म में रकुल प्रीत सिंह साइंटिस्ट के किरदार में हैं, जिन्होंने अपने किरदार को बेहतर निभाने की कोशिश की है। वहीं बतौर जॉन अब्राहम की गर्लफ्रेंड के तौर पर जैकलीन फर्नांडिस वह कमाल नहीं कर पाती हैं।

यदि आप हिंदी में किसी सुपर हिरो के साथ जॉन के किरदार की तुलना करें तो फिल्म में उनकी एक्टिंग बहुत हद तक मार्वल फिल्मों के कैरेक्टर की याद दिलाते हैं। हालांकि, मार्वल की फिल्मों से अटैक की तुलना करना ठीक नहीं होगा लेकिन देसी वर्जर के वॉर सीन्स से इस कदर एक्शन दिखाना तारीफ के काबिल है। यदि आप मसाला बॉलीवुड फिल्मों में देसी एक्शन के अलग ट्रांस का अनुभव करना चाहते हैं तो अटैक आपको देखनी चाहिए।

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