- फिल्म रिव्यू: Alone
- स्टार रेटिंग: 1.5 / 5
- पर्दे पर: 16 JAN, 2015
- डायरेक्टर: भूषण पटेल
- शैली: हॉरर
क्या है कहानी-
कहानी दो जुड़वा बहनों-संजना और अंजना (बिपाशा बसू) की हैं जिनका जन्म से ही शरीर जुड़ा हुआ है। इन जुड़वा बहनों में से एक को कबीर (करन सिंह ग्रोवर) से प्यार हो जाता है। एक आपरेशन के जरिए दोंनो अलग तो हो जाते है पर अंजना की इस दौरान मौत हो जाती है।
संजना और कबीर की शादी हो जाती है लेकिन जब वो अपनी बीमार मां (नीना गुप्ता) को देखने केरल जाती है तो अंजना का भूत उसे सताने लगता है। आखिर ऐसा क्यों है? इसके पीछे की मिस्ट्री क्या है? जानने के लिए देखिए अलोन।
क्या ये फिल्म डराती है-
बिपाशा अपने आप को टाइपकास्ट कहलाने से खुश है चूंकि डरावनी फिल्मों के अलावा वो कोई और फिल्म नहीं करती। लेकिन अगर ऐसा है तो वैराईटी नाम की भी कोई चीज़ होती है जो शायद वो भूल गई है। ये फिल्म डराने का नाटक कर आपको खूब हंसाती है। दरवाजे की खटखटाहट, कुत्ते का भौकना, अचानक कही से आवाज आ जाना, ऐसी बचकानी कोशिशे आपको पहले से ही मालूम होती है। ज़ोंबी जैसे दिखाया गया भूत तो किसी वासत्विक भूत को भी शर्मसार कर देगा।
इस फिल्म में हॉरर के बजाए रोमांस ज्यादा कूट-कूटकर डाला गया है और इस हिस्से में बिपाशा का कोई जवाब नहीं है। करन के साथ मिलकर बिपाशा ने कई सेक्सी सीन्स दिए है लेकिन अगर यहीं दिखाना था तो हॉरर को नाम पर धोखा क्यों?
अगर पर्फार्मेंस की बात करे तो पहली बार बॉलिवुड में कदम रख रहे करन सिंह ग्रोवर अभिनय से ज्यादा अपने एब्स दिखाते नज़र आ आते है।
बिपाशा बासु फिर से अपना वही टिपिकल डर से सहमा हुआ एक्सप्रेशन बरकरार रखती है लेकिन वह भी बहुत पुराना हो चुका है।
ये फिल्म आप अकेले देखे, ग्रुप में देखे या न भी देखे, कोई फर्क नहीं पड़ता। इससे बेहतर आप घर बैठे बिपाशा बासु की ‘राज़’ देख लें।