कुआलालम्पुर: मलेशिया की एक अदालत ने शुक्रवार को हॉलीवुड ब्लॉकबस्टर फिल्म 'द वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट' के निमार्ता रिजा अजीज और पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक के सौतेले बेटे को कथित तौर पर 1आईएमडीबी राज्य निधी से 24.8 करोड़ डॉलर गबन करने के साथ ही धन शोधन करने का आरोपी बनाया है। एफे न्यूज ने राज्य द्वारा संचालित बर्नमा न्यूज के हवाले से बताया कि हॉलीवुड के रेड ग्रेनाईट पिक्चर्स के सह-संस्थापक 42 वर्षीय रिजा ने कुआलालंपुर सत्र न्यायालय द्वारा लगाए गए धन शोधन के पांच आरोपों पर खुद को बेकसूर बताया।
न्यायालय ने उन्हें आरएम 1 (करीब 242,000 डॉलर) पर जमानत देने के साथ अपना पासपोर्ट जमा कराने को कहा। आरोप पत्र में यह आरोप लगाया गया है कि स्विट्जरलैंड के जरिए लॉस एंजिलिस के रेड ग्रेनाइट प्रोडक्शंस इंक और सिंगापुर के रेड ग्रेनाइट कैपिटल लिमिटेड से संबंधित खातों में 2011-2012 के दौरान 11.7 लाख डॉलर से 13.3 करोड़ डॉलर तक की राशि के पांच भुगतान किए गए थे। एंटी-मनी लॉन्डरिंग और एंटी-टेरेरिज्म फाईनांनशिंग एक्ट 2001 के तहत लगे आरोप में आरएम5 मिलियन का जुर्माना, पांच साल कैद या फिर दोनों दंड मिल सकता है।
रिजा को गुरुवार के दिन गिरफ्तार किया गया था। वहीं अमेरिकी अभियोजकों ने पिछले दिनों प्रोडक्शन कंपनी पर 1मलेशिया डेवलपमेंट बर्हाड (1एमडीबी) से 'द वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट' को वित्त देने के लिए 15.5 करोड़ डॉलर के फंड को डाइवर्ट करने का आरोप लगाया है।
2018 में अमेरिकी सरकार द्वारा संचालित नागरिक मुकदमा को खत्म करने के लिए रेड ग्रेनाइट पिक्चर्स 6 करोड़ डॉलर का भुगतान करने पर सहमत हुए थे, जो पैसा बाद में मलेशिया को वापस कर दिया गया था।
नजीब की पत्नी और रिजा की मां रोजमाह मंसूर पर भी 1एमडीही के संबंध में आरोप लगाए गए हैं। 1एमडीबी घोटाले का खुलासा 2015 में द वाल स्ट्रीट अखबार द्वारा किए गए जांच के दौरान हुआ था। वहीं नजीब ने दावा किया था कि यह पैसे सऊदी के राजकुमार ने दान में दिए थे।