OP Nayyar Lata Mangeshkar: 50 से 70 के दशक में किसी भी फिल्म का गाना बिना लता मंगेशकर की गाए पूरा नहीं होता है। हर म्यूजिक डायरेक्टर की दिवंगत गायिका लता मंगेशकर पहली पसंद थीं, लेकिन उस दौर में एक ऐसे भी म्यूजिक कंपोजर थे जिन्होंने अपने म्यूजिक के लिए लता मंगेशकर की आवाज का उपयोग नहीं किया है। वो म्यूजिक डायरेक्टर थे ओ पी नय्यर ओपी नय्यरका जन्म पाकिस्तान के लाहौर में साल 1926 में हुआ था। ओ पी नय्यर 50 और 60 के दशक में संगीत बनाने के लिए सबसे अधिक चार्ज करने वाले संगीतकार थे। ‘एक परदेसी मेरा दिल ले गया’, ‘आओ हुजूर तुमको’, ‘आईये मेहरबान’ जैसे गानों का संगीत कम्पोज करने वाले ओ पी नय्यरका करियर बहुत चुनौती भरा रहा था।
कैसे हुई था लता मंगेशकर और ओ पी नय्यर की लड़ाई
जब भी लता मंगेशकर या ओ पी नय्यरसे पूछा जाता है कि आप दोनों के बीच कोई लड़ाई हुई है तो दोनों ही इस बात से इंकार कर देते थे, लेकिन एक समय था जब फिल्म इंडस्ट्री में कई लोग ओ पी नय्यर के खिलाफ हो गए थे क्योंकि कई फिल्मों में अन्य म्यूजिक कंपोजर को हटाकर ओ पी नय्यरको बतौर म्यूजिक कंपोजर चुना गया था तो उनके खिलाफ लता मंगेश्कर भी खड़ी थी।
मध्यप्रदेश में लता मंगेशकर के नाम पर अवॉर्ड जो संगीत से जुड़े लोगों को दिया जाता है।1990 के दशक में जब इस अवॉर्ड के लिए ओ पी नय्यर को चुना गया तो उन्होंने अवॉर्ड लेने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना था कि जब उन्होंने लता जी से कोई गाना नहीं गवाया है तो वो ये अवॉर्ड कैसे ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो एक संगीतकार हैं और एक गायक के नाम का अवॉर्ड कैसे ले सकते हैं। उस दौरान ओ पी नय्यरकी आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी नहीं थी। आपको बता दें कि उस अवॉर्ड के साथ साथ ओ पी नय्यरको 1 लाख रुपये की धनराशि दी जा रही है।
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आशा भोसले के जरिए लता मंगेशकर को परेशान करते थे ओ पी नय्यर
लता मंगेशकर से गाना न गवाकर ओ पी नय्यरने उनकी छोटी बहन और मशहूर गायिका आशा भोसले को मौका दिया। ओ पी नय्यरका संगीत आशा भोंसले की आवाज से मैच करता था। आशा भोसले, ओ पी नय्यरके लिए कई गाने गए चुकी है। इसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां भी बढ़ गई थी। जब आशा जी और नय्यरसाहब के बारे में लता मंगेशकर को पता चला तो उन्हें ये चीज बिलकुल पसंद नहीं आई। ओ पी नय्यरकी बायोग्राफी के अनुसार ओ पी नय्यरजब भी रात में आशा भोसले को छोड़ने उनके घर के बाहर जाते थे जो जानबूझ कर जोर से ब्रेक मारते थे ताकि लता मंगेशकर की नींद खराब हो जाए।