दूरदर्शन ने कई कलाकारों के करियर को उड़ान दी है। आज भले ही दूरदर्शन की प्रसिद्धि पहले जैसे नहीं रही, लेकिन एक दौर था जब घर-घर में सिर्फ दूरदर्शन का ही बोलबाला था। दूरदर्शन में 80-90 के दशक में कई ऐतिहासिक और पौराणिक टीवी शो आए, जिनमें ‘महाभारत’ , ‘रामायण’, ‘श्रीकृष्णा’ और चंद्रकांता जैसे चर्चित और सफल टीवी शो शामिल हैं। इन टीवी धारावाहिकों में जिन भी कलाकारों ने काम किया उनका करियर संवर गया। आजतक इन कलाकारों की चर्चा होती है। इन कलाकारों ने उस दौर के धारावाहिकों में जो भी किरदार निभाए वोअमर हो गए। जैसे ‘रामायण’ में प्रभु श्रीराम और माता सीता का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया ने आज भी अपने किरदारों के लिए दर्शकों के बीच याद किए जाते हैं, उसी तरह 'चंद्रकांता' में 'क्रूर सिंह' का किरदार निभाने वाले अखिलेंद्र मिश्रा को भी खूब प्यार मिला।
चंद्रकांता के क्रूर सिंह की वजह से शूटिंग में हुई 2 साल की देरी
दूरदर्शन के पॉप्युलर धारावाहिक 'चंद्रकांता' में क्रूर सिंह का किरदार निभा चुके अखिलेंद्र मिश्रा भी उस दौर में क्रूर सिंह के नाम से ही फेमस हो गए थे। यह धारावाहिक कई मायनों में खास था। चंद्रकांता धारावाहिक में अखिलेंद्र मिश्रा को जो लुक दिया गया था, उन्होंने अपने इस लुक से कई लोगों को इंप्रेस किया। लेकिन, क्या आप जानते हैं अखिलेंद्र मिश्रा के चलते यह धारावाहिक 2 साल लेट हो गया था और इसकी वजह थी उनका लुक। दरअसल, इससे पहले क्रूर सिंह के किरदार के लिए कोई और लुक तैयार किया गया था, जिसे बाद में बदला गया था और इसकी वजह थी एक घटना।
अखिलेंद्र मिश्रा ने चंद्रकांता में क्रूर सिंह का किरदार निभाया था
अखिलेंद्र मिश्रा ने बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में इस पूरे वाकये का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उस दौर में वह थिएटर में काफी व्यस्त थे। एक रोज उन्हें उनके एक दोस्त ने मैसेज किया कि एक लेडी आई हैं, जो 'चंद्रकांता' के लिए कास्टिंग कर रही हैं। दोस्त ने बताया कि वह इस शो के लिए मुझे हीरो के तौर पर कास्ट करना चाहती हैं, लेकिन मुझे 'वंश' फिल्म में ब्रेक मिल गया था। तो उन्होंने अखिलेंद्र के दोस्त से उनके बारे में पूछा। अखिलेंद्र मिश्रा ने अपने दोस्त से कहा कि वह उन्हें मैसेज दे दें के वह उनसे आकर मिल सकती हैं।
कैसा था क्रूर सिंह का गेटअप?
अखिलेंद्र ने बताया कहा- 'जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने कहा एक रोल है, विलेन का है। उसका नम क्रूर सिंह है, यह करीब 12 एपिसोड का रोल है। उसके बाद वो मर जाता है। मैंने कहा, कर लूंगा। अखिलेंद्र मिश्रा ने बताया कि रोल के लिए जो गेटअप तैयार किया गया वह एक प्रिंस का गेटअप था। खूबसूरत हल्की सी मूंछे, अच्छा सा विग, ग्लॉसी कपड़े, साइड लॉक टर्न वाली कलमें और मोतियों की माला। क्योंकि वह जयसिंह के दीवान का बेटा है और चंद्रकांता को पाना चाहता था।'
जब चंद्रकांता की टीम दिल्ली चली गई
अखिलेंद्र ने बताया कि शूट चल रहा था और वह बैठे थे। उन्होंने कहा- 'विद्या गुलेरी जी मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थीं। उन्होंने मुझे बैठे देखा तो कहा कि इधर आईये, क्या बात है आप उदास लग रहे हैं। मैंने कहा - मेरा नाम क्रूर सिंह है, लेकिन मैं क्रूर तो दिख ही नहीं रहा हूं। वो एकदम चौंक गईं। मैंने कहा कि मेरा नाम क्रूर सिंह है, लेकिन मैं सुंदर और सॉफ्ट सा दिख रहा हूं। मैंने उनसे कहा कि नाम का कुछ तो असर दिखना चाहिए। सब अगले दिन वापस दिल्ली चले गए और शूटिंग बंद हो गई, मैं डर गया।'
2 साल बाद शुरू की शूटिंग
'ये बात 1990 की है, वो इसके बाद सीधे 1992 में लौटे और नवंबर में शूटिंग शुरू हुई, उन्होंने मुझे सितंबर-अक्टूर में बुलाया और कहा कि लुक ट्राय कर लीजिए। मैं वहां पहुंचा तो जो गेटअप तैयार किया गया था, उसमें मुझे भारी आईब्रोज, हेवी लेदर जैकेट, जिसमें कांटे लगे थे, सिर पर स्पाइक्स। मैं जब तैयार होकर आया तो मुझे देखकर उन लोगों ने कहा कि अब क्रूर लग रहे हैं? तो मैंने कहा - लग तो रहा हूं, लेकिन मुझे पहचानेगा कौन। तो उन्होंने कहा- उसकी चिंता मत करिए, पूरी दुनिया पहचानेगी।'