हिंदी सिनेमा में फिल्म मेकर्स ने कुछ ऐसी फिल्में बनाईं, जो लोगों के दिलो-दिमाग पर छा गईं और आज तक ये फिल्में दर्शकों के दिलों में बसी हैं। इन फिल्मों को रिलीज हुए भले सालों हो गए हों, लेकिन आज भी इनके किरदार और डायलॉग लोगों की जुबान पर रहते हैं। 15 अगस्त 1975 को भी एक ऐसी ही फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसके किरदार हों, डायलॉग हों या फिर गाने आज तक लोगों को याद हैं और सोशल मीडिया पर भी ये अक्सर छाए रहते हैं। लोग अपनी बातों में तक इस फिल्म के डायलॉग इस्तेमाल करते हैं। हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं, वो है 'शोले'। इस फिल्म के सभी किरदार सालों बाद भी लोगों के दिलों पर राज करते हैं।
49 साल पहले रिलीज हुई क्लासिक कल्ट
लेकिन, आज हम आपको 49 साल पहले रिलीज हुई इस क्लासिक कल्ट का वो राज आपको बताएंगे, जिसके बारे में जानकर आपको भी हैरानी होगी। अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कुमार, जया बच्चन और हेमा मालिनी स्टारर 'शोले' जब रिलीज हुई तो इसका हाल देखकर फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी और लेखक जोड़ी सलीम-जावेद टेंशन में आ गए।
केबीसी के सेट पर हुआ था खुलासा
रमेश सिप्पी ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सेट पर इस राज पर से पर्दा उठाया था। उन्होंने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के 15वें सीजन में उन्होंने एक ऐसे सच से पर्दा उठाया था, जिससे फिल्म की एक्ट्रेस हेमा मालिनी तक अनजान थीं। रमेश सिप्पी के साथ हेमा मालिनी भी केबीसी के सेट पर पहुंची थीं, जहां दोनों शोले के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जब शोले रिलीज हुई थी तब हेमा ‘राजकमल’ फिल्म की शूटिंग कर रही थीं। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान रमेश सिप्पी उनसे मिलने पहुंचे थे।
जब फिल्म को नहीं मिला पॉजिटिव रिस्पॉन्स
हेमा ने रमेश सिप्पी से ‘शोले’ की ओपनिंग को लेकर सवाल किया तो उन्होंने 'न' में सिर हिला दिया। रमेश सिप्पी ने हेमा मालिनी को आगे बताया कि फिल्म की ओपनिंग बहुत ही ज्यादा खराब गई है। फिल्म को लोगों से कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। जिसके बारे में जानकर हेमा भी मायूस हो गईं। इसके बाद अमिताभ बच्चन ने इस पूरी कहानी के बारे में दर्शकों को आगे बताया।
रमेश सिप्पी, सलीम-जावेद पहुंचे अमिताभ बच्चन के घर
अमिताभ कहते हैं- आपको अब इसके आगे की कहानी हम सुनाते हैं। रमेश सिप्पी जी सलीम और जावेद जी के साथ हमारे घर पर पहुंचे। हम साथ बैठे थे, उन्होंने विचार किया कि फिल्म में विधवा बनीं जया बच्चन की दोबारा शादी की स्क्रिप्ट शायद लोगों ने पसंद नहीं आ रही है। ऐसे में प्लान किया गया कि फिल्म की स्क्रिप्ट में थोड़ा बदलाव किया जाए और अमिताभ बच्चन के किरदार को दोबारा जीवित कर दिया जाए। टीम शनिवार को नया सीन शूट करने की भी तैयारी में थी। तय हुआ कि रविवार को थिएटरों से फिल्म हटवा दिया जाए।
शोले बनी क्लासिक कल्ट
सारी बातें तय हो गईं कि तभी रमेश सिप्पी उठे और बोले कि फिल्म को लगे तो अभी 1 ही दिन हुआ है, 2 दिन रुककर दर्शकों के रिस्पॉन्स को आगे देखना चाहिए। रमेश सिप्पी के इस फैसले पर सभी राजी हो गए और फिर क्या था रविवार आते ही फिल्म की किस्मत ही पलट गई और इसने नया इतिहास रच डाला था। पूरे देश में हर तरफ बस ‘शोले’ की ही चर्चा थी। सोमवार तक फिल्म की कमाई में अचानक उछाल आया और ‘शोले’ बन गई हिंदी सिनेमा की क्लासिक कल्ट।