विक्रांत मैसी अब अपनी अपकमिंग फिल्म 'फिर आई हसीन दिलरुबा' को लेकर सुर्खियों में हैं, जिसमें अभिनेता के साथ तापसी पन्नू लीड रोल में होंगी। इसके अलावा सनी कौशल भी इस फिल्म का हिस्सा हैं। इससे पहले एक्टर '12वीं फेल' में अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस को लेकर सुर्खियों में थे, जिसे दर्शकों और क्रिटिक्स से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। विक्रांत अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस के दम पर हर बार फैंस को खुश करने में कामयाब रहे हैं। वहीं उनकी पर्सनल लाइफ की बात करें तो अभिनेता पत्नी शीतल ठाकुर और बेटे के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। विक्रांत और शीतल ने 2022 में शादी की थी और अब अभिनेता ने खुलासा किया है कि वह शादी से पहले 2 साल तक शीतल के साथ लिवइन रिलेशनशिप में थे।
शादी से पहले 2 साल लिव इन में रहे विक्रांत-शीतल
विक्रांत मैसी ने 'अनट्रिगर्ड पॉडकास्ट' में इसका खुलासा किया। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि अपनी मां की सलाह पर उन्होंने पहले शीतल के साथ लिवइन में रहने और फिर शादी करने का फैसला लिया था। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें अपनी मां की इस प्रोग्रेसिव सोच वाली सलाह का क्या फायदा हुआ। विक्रांत मैसी और शीतल ठाकुर शादी से पहले करीब 7 साल तक रिलेशनशिप में रहे, जिसमें से 2 साल वह लिवइन रिलेशनशिप में रहे।
मैं और शीतल 1 दशक से साथ हैंः विक्रांत
इस बारे में बात करते हुए विक्रांत मैसी ने कहा- 'मैं और शीतल करीब 1 दशक से साथ हैं। हमने शादी के पहले करीब 8 साल तक एक-दूसरे को डेट किया।' जब विक्रांत से सवाल किया गया कि क्या कंपैटिबिलिटी चैक करने के लिए शादी से पहले डेटिंग करना सही है, तो जवाब में एक्टर ने कहा- 'मेरे लिए ये काम कर गया। हमारे मिजाज एक-दूसरे को सूट कर गए। हमारी इच्छाएं भी एक जैसी थीं। हम करीब सात साल तक रिलेशनशिप में रहे।' साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि उनकी मां ने उन्हें सलाह दी थी कि चीजों को ऑफिशियल करने से पहले लिवइन में रहकर देख लेना चाहिए, ताकि ये समझा जा सके कि साथ रहना पॉसिबल है या नहीं।
मां ने दी साथ रहने की सलाहः विक्रांत
विक्रांत कहते हैं- 'मेरी मां ने हमें शादी से पहले साथ रहने की सलाह दी थी। शुक्र है कि मेरे माता-पिता प्रोग्रेसिव सोच के हैं। मेरी मां 1962 में मुंबई में पैदा हुईं और पली-बढ़ीं। वह एबीबीए और बोनी जैसे बैंड्स को सुनती थीं और स्टिलिटोड पहनती थीं। सिडनी शेल्डन और जवाहरलाल नेहरू को सुनती थीं। ये वही थीं, जिन्होंने हमें साथ रहने की सलाह दी और हमें इसका फायदा भी हुआ। साथ रहने से एक-दूसरे के अलग-अलग शेड्स देखने को मिलते हैं। मेरे लिये यह सच्ची कंपेनियनशिप है।'