क्या आप एक ही नाम से बनीं उन बॉलीवुड फिल्मों के बारे में बता सकते हैं, जो तीन बार बनीं और तीनों बार ब्लॉकबस्टर रहीं? 56 साल के अंतर में ये फिल्में बनीं और हर बार बॉक्स ऑफिस पर छा गईं। ये जानकर आपको हैरानी होगी, लेकिन यही सच है। बॉलीवुड से लेकर साउथ तक में ऐसा कई बार हुआ की एक ही टाइटल से दो या उससे ज्यादा फिल्में बनाई गईं, लेकिन ऐसा कम ही हुआ कि इनमें से सभी को सफलता मिली हो। लेकिन, एक टाइटल ऐसा है , जिससे जब-जब फिल्म बनाई गई बॉक्स ऑफिस पर छा गई। हम जिस फिल्म टाइटल की बात कर रहे हैं उसका नाम है 'बरसात'। इस टाइटल से एक-दो नहीं तीन फिल्में बनाई गई हैं।
कब आई थी पहली बरसात?
बरसात नाम से बनी पहली फिल्म की बात करें तो ये 1949 में आई थी और इस फिल्म में बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर लीड रोल में थे। उनके अलावा इस फिल्म में नरगिस थीं, जिनके साथ राज कपूर की जोड़ी खूब हिट थी। ये फिल्म तो बॉक्स ऑफिस पर हिट रही ही इसके गानों ने भी खूब धूम मचाई। 'हवा में उड़ता जाए मेरा लाल दुपट्टा' और 'जिया बेकरार है' जैसे बरसात के गाने आज भी खूब सुने जाते हैं। इस फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी राज कपूर ही थे। इसी के साथ वह फिल्म में लीड रोल में थे। 1949 में जब ये फिल्म रिलीज हुई, दर्शकों से इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। राज कपूर ने इस फिल्म की शूटिंग कश्मीर घाटी में की थी।
1995 में आई दूसरी बरसात
46 साल बाद बरसात नाम से 1995 में फिर एक फिल्म आई। इस बार फिल्म में बॉबी देओल और ट्विंकल खन्ना लीड रोल में दिखाई दिए। ये दोनों स्टारकिड की डेब्यू फिल्म थी और पहली ही फिल्म से दोनों रातोंरात स्टार बन गए। इस फिल्म के गाने भी पहली बरसात की तरह ही सुपरहिट रहे और बॉबी देओल और ट्विंकल खन्ना की जोड़ी भी खूब पसंद की गई। 8 करोड़ के बजट में बनी बरसात ने 35 करोड़ का छप्परफाड़ कलेक्शन किया और साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली पांचवी फिल्म बन गई। इस फिल्म का गाना 'हमको तुमसे प्यार है' खूब हिट हुआ था।
तीसरी बरसात का कैसा रहा हाल?
2005 में बरसात नाम से फिर एक फिल्म रिलीज हुई। इस बार भी फिल्म में बॉबी देओल ही लीड रोल में दिखाई दिए। इस बार उनके साथ प्रियंका चोपड़ा और बिपाशा बसु लीड रोल में दिखाई दीं। इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर खूब तहलका मचाया। ये फिल्म 10 करोड़ के बजट में बनी थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर 20 करोड़ का कलेक्शन किया था। फिल्म के गाने भी खूब पसंद किए गए थे। 'बरसात के दिन आए' तो आज भी काफी पसंद किया जाता है।