सरोगेसी के जरिए एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और सिंगर निक जोनस हाल ही में पैरेंट्स बने हैं। इसके बाद चर्चित लेखिका तसलीमा नसरीन ने सरोगेसी पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए थे। तस्लीमा नसरीन ने सरोगेसी के जरिए होने वाले बच्चों को रेडीमेड बेबी तक कह दिया था। अब लेखिका ने एक बार ट्वीट कर अपनी सफाई पेश की है।
तस्लीमा नसरीन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लिखा, "मेरे सरोगेसी वाले पोस्ट्स, सरोगेसी पर मेरी अलग राय के बारे में हैं। प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस से इसका कोई लेना-देना नहीं है। मैं इस कपल से प्यार करती हूं।
सरोगेसी पर मेरी राय को लेकर लोग मुझे गाली दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मेरी पुरानी सोच है कि मैं किराए पर गर्भ नहीं लेती। मेरा सुझाव है कि बेघर बच्चों को गोद लें और गरीब महिलाओं का शारीरिक शोषण न करें। सच में ये किसी भी तरह से इन लक्षणों के लिए बच्चों को पैदा करने के लिए पुरानी सोच है।"
सरोगेसी पर तस्लीमा नसरीन ने पोस्ट शेयर कर लिखा था, "सरोगेसी सिर्फ गरीब महिलाओं के कारण ही संभव है। अमीर लोग अपने स्वार्थ के लिए समाज में गरीबी का अस्तित्व चाहते हैं। आपको बच्चे पालने और उनकी परवरिश का इतना शौक है तो आप बेघर बच्चों को गोद ले लीजिए। बच्चों को आपके गुण तो विरासत में मिलने चाहिए। यह बस एक स्वार्थ और अहंकार है।"
तस्लीमा नसरीन ने आगे दूसरी पोस्ट में लिखा था, "जो औरत सरोगेसी के जरिए रेडीमेड बच्चे प्राप्त करती हैं, उन्हें मां बनने की फीलिंग्स कैसे आती होगी? क्या उन्हें भी वैसी ही फीलिंग आती होगी जैसी जन्म देने वाली मां को आती है?" एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, "मैं सरोगेसी को तब तक स्वीकार नहीं करूंगी जब तक अमीर महिलाएं सरोगेट मॉम नहीं बन जातीं। मैं बुर्का भी नहीं पहनूंगी जब तक पुरुष इसे नहीं स्वीकारते। इसी तरह मैं वेश्यावृति भी नहीं स्वीकार करूंगी। सरोगेसी, बुर्का और वेश्यावृति सब सिर्फ महिलाओं और गरीबों का शोषण है।"
प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस ने बीते शुक्रवार को अपने इंस्टाग्राम पर एक जैसी पोस्ट शेयर कर गुड न्यूज को बताया था। दोनों ने लिखा था, 'हमें ये कन्फर्म करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हमने सरोगेट के जरिए बच्चे का स्वागत किया है।