एक्टर-क्रिकेटर सलिल अंकोला का जीवन और करियर कुछ ऐसा रहा कि इस पर फिल्म और वेब सीरीज बनाई जा सकती है। उनकी कहानी में थ्रिल, इमोशन, उतार-चढ़ाव के साथ और भी बहुत कुछ रहा, जो एक अच्छी फिल्मी कहानी का पूरक है। क्रिकेटर से अभिनेता बने इस खिलाड़ी का सफर लंबा और अलग-अलग मोमेंट से भरा रहा। उन्होंने महाराष्ट्र के लिए एक तेज गेंदबाज के रूप में शुरुआत की और फिर भारतीय राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई और ICC विश्व कप में देश का प्रतिनिधित्व भी किया। हालांकि, करियर खत्म करने वाली चोट ने उन्हें अपनी राह बदलने पर मजबूर कर दिया। क्रिकेट की दुनिया छोड़ सलिल अंकोला फिल्मी दुनिया में आ गए। इस फील्ड में भी उन्हें सफलता मिली और फिल्मों के साथ ही उन्हें टीवी पर भी काफी काम मिला, लेकिन जीवन के उतार-चढ़ाव कम नहीं हुए।
कैसा रहा क्रिकेट करियर
फिल्मी दुनिया में आने के बाद एक्टर को नई दिशा मिली और अलग फील्ड में अलग अंदाज के साथ वो आगे बढ़े। उन्हें शायद ही अंदाजा रहा होगा कि जिंदगी अभी उन्हें और भी बहुत कुछ दिखाने वाली हैं। लंबी कद-काठी वाले होनहार तेज गेंदबाज अंकोला ने 1988 में महाराष्ट्र के लिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया, अपने पहले सीजन में 27 विकेट लिए। उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें जल्द ही भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया, जहां उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सचिंन तेंदुलकर के साथ डेब्यू किया। सचिन का भी ये डेब्यू मैच था।
जब क्रिकेट से लिया संन्यास
इसके ठीक एक महीने बाद उन्होंने अपना वनडे डेब्यू किया। हालांकि उनका टेस्ट करियर छोटा रहा, लेकिन वे अगले आठ सालों तक वनडे टीम में बने रहे। यगां तक कि 1996 के विश्व कप में भी उन्होंने हिस्सा लिया। अपने करियर के दौरान, अंकोला ने 20 वनडे मैचों में 13 विकेट और अपने एकमात्र टेस्ट मैच में 2 विकेट लिए। साल 1997 तक राष्ट्रीय टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने 28 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके बाद ही उनके करियर में नया मोड़ आया और ये उन्हें एक अलग दुनिया में ले गया। नए सिरे से अंकोला ने सब कुछ री-स्टार्ट किया।
फिल्मों में मिला काम
साल 2000 में अंकोला ने अभिनय की दुनिया में कदम रखा, उन्होंने संजय दत्त अभिनीत 'कुरुक्षेत्र' में सहायक भूमिका में अपनी फिल्मी शुरुआत की। बाद में वे 'पिता' में नजर आए और जायद खान की पहली फिल्म में इनका किरदार एक विलेन का था। फिर साल 2003 में 'तुमने' में इन्होंने खलनायक की भूमिका निभाई। बिग बॉस के पहले सीजन में भी एक्टर ने भाग लिया। इसके बाद उन्होंने टीवी इंडस्ट्री में भी काम ऑफर होने लगा। देखते ही देखते फिल्मों से उनका ध्यान पूरी तरह टीवी पर शिफ्ट हो गया। कई हिट टीवी शोज का वो हिस्सा बने और इस बार उन्हें जो रोल ऑफर हुए वो फिल्मों से बेहतर थे। 'शशशश...कोई है' और 'कोरा कागज' से उन्हें एक अच्छे अभिनेता के रूप में पहचाना जाने लगा।
टीवी पर किया कमबैक
साल 2008 में सलिल अंकोला की जिंदगी में एक बार फिर बड़ा स्पीड ब्रेकर आया, जिससे उनकी जिंदगी को बड़ा झटका लगा। अभिनय के अवसर खत्म होने के साथ एक्टर पैसों की तंगी से जूझने लगे। शराब की लत ने उनका स्वास्थ्य तो प्रभावित किया ही, इसके साथ ही उनका घर भी तोड़ दिया। 19 साल की उनकी शादी पल भर में टूट गई। लंबे वक्त तक वो रिहैब में रहे और फिर उन्होंने दोबारा एक्टिंग की दुनिया में वापसी की। साल 2013 में सलिल अंकोला ने टीवी शो 'सावित्री' से वापसी की। फिर 2015 में 'कर्मफल दाता शनि' में अहम भूमिका में नजर आए। इसी साल वो तमिल फिल्म 'पंबट्टम' में दिखे और इसके अलावा उन्हें सीआईडी में भी अहम रोल निभाते देखा गया था। अब लगातार सलिल नए किरदार में ढलते दिख रहे हैं। क्रिकेट की दुनिया में भी अलग-अलग रोल में बीते सालों में वो नजर आ चुके हैं। अब वो अपनी दूसरी पत्नी और बेटी के साथ अच्छे दिन गुजार रहे हैं।