बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा पिछले कुछ दिनों से अपनी शादी के चलते लगातार चर्चा में हैं। एक्ट्रेस ने हाल ही में जहीर इकबाल के साथ इंटरफेथ मैरिज की है, जिसे लेकर उन्हें जबरदस्त ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा है। सोनाक्षी ने अपनी वेडिंग फोटोज में किसी भी तरह के निगेटिव कमेंट से बचने के लिए कमेंट सेक्शन ही बंद कर दिया। यही नहीं, उन्होंने ना तो हिंदू और ना ही मुस्लिम रिवाजों से शादी की। जहीर-सोनाक्षी ने सिविल मैरिज का विकल्ब चुना और शत्रुघ्न सिन्हा के बांद्रा स्थित घर में 23 जून को शादी की। हालांकि, इसके बाद भी सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस को लगातार निशाने पर लिया गया। 'लव जिहाद' के उदाहरण उनके सामने पेश किए गए।
क्या सोनाक्षी ने ट्रोल्स को दिया जवाब?
लेकिन, अब लगता है कि सोनाक्षी ने उन ट्रोल्स को जवाब देने की कोशिश की है जो सोशल मीडिया पर उनकी इंटरफेथ मैरिज की आलोचना कर रहे हैं। अभिनेत्री ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट दोबारा साझा किया है जिसमें प्यार को "यूनिवर्सल रिलीजन" बताया गया है। दरअसल, ग्राफिक आर्टिस्ट और ग्राफिकरी के फाउंडर प्रसाद भट्ट ने हाल ही में सोनाक्षी और जहीर की तस्वीर के साथ एक पोस्ट शेयर किया था, जिस पर सोनाक्षी ने रिएक्शन दिया है।
प्रसाद भट्ट के पोस्ट पर सोनाक्षी का रिएक्शन वायरल
प्रसाद भट्ट ने ये तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- 'प्यार यूनिवर्सल रिलीजन है। सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल को खुशनुमा जिंदगी के लिए बहुत-बहुत बधाई।' प्रसाद के पोस्ट पर कमेंट करते हुए पर सोनाक्षी ने लिखा, “सच्चे शब्द!! यह बहुत खूबसूरत है! धन्यवाद।"
सोनाक्षी-जहीर ने कमेंट सेक्शन बंद कर शेयर कीं शादी की तस्वीरें
सोनाक्षी ने अब तक अपनी और जहीर की शादी पर कोई रिएक्शन नहीं दिया था, ये पहली बार है जब उन्होंने किसी इस तरह के पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी है। ऐसे में कहीं ना कहीं ये अभिनेत्री का ट्रोल्स को जवाब माना जा रहा है। इससे पहले सोनाक्षी सिन्हा के पिता, दिग्गज अभिनेता और पॉलिटीशियन शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अपनी बेटी सोनाक्षी की जहीर इकबाल के साथ अंतर-धार्मिक शादी का विरोध करने वालों और इसे "लव जिहाद" कहने वालों को करारा जवाब दिया है।
क्या बोले शत्रुघ्न सिन्हा?
सोनाक्षी-जहीर की शादी को लेकर हो रहे विरोध को लेकर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- 'आनंद बख्शी साहब ने ऐसे प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स को लेकर कुछ लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। मैं इसके साथ कुछ और भी एड करना चाहूंगा- कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हो तो कहना ही काम बन जाता है। '