कंगना रनौत पिछले काफी समय से अपनी अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर हर तरफ चर्चा में बनी हुई हैं। 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली इस फिल्म को सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट नहीं मिला था, जिसके बाद मेकर्स ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। वहीं अब कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए जानकारी दी है कि उनकी पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म को सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिल गई है। लंबे इंतजार के बाद अब 'इमरजेंसी' रिलीज होने को तैयार है, लेकिन अभी तक नई रिलीज डेट सामने नहीं आई है। इसी बीच श्रेयस तलपड़े ने भी इस फिल्म की रिलीज में हो रही देरी को लेकर बात की और निराशा वक्त की।
इमरजेंसी की रिलीज पर पहली बार बोले श्रेयस तलपड़े
'इमरजेंसी' का निर्देशन कंगना रनौत ने किया है, जिसमें श्रेयस तलपड़े भी लीड रोल में नजर आने वाले हैं। फिल्म को अपनी तय रिलीज से एक महीने से ज्यादा हो गया है और फिल्म को अभी तक नई रिलीज डेट नहीं मिली है। अभिनेता ने ये भी बताया कि रिलीज में हो रही देरी के कारण वह क्यों निराशा हैं और उन्हें हैरानी इस बात से हो रही है कि लोगों ने फिल्म देखने से पहले ही अपनी राय क्यों बना ली। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में श्रेयस तलपड़े ने 'इमरजेंसी' की रिलीज में देरी के बारे में बात की।
क्यों निराश हुए श्रेयस तलपड़े
यह फिल्म 1975 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल पर आधारित है। इसमें कंगना प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका अदा कर रही हैं। फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट न दिए जाने के कारण विवाद का सामना करना पड़ा, जिसके कारण इसकी रिलीज में देरी हुई। वहीं अब सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दे दिया है, लेकिन इसी बीच श्रेयस ने फिल्म को लेकर हो रही हलचल के बारे में खुलकर बात की। एक्टर ने कहा, 'फिल्म की रिलीज में जिस तरह से देरी हुई है वह वाकई दुखद है। कई बार लोग फिल्म देखे बिना ही उसके बारे में राय बना लेते हैं। मुझे लगता है कि किसी को भी फिल्म के बारे में कोई भी धारणा बनाने से पहले उसे देखना चाहिए क्योंकि इसे बहुत नुकसान होता है।' अभिनेता ने आगे कहा, 'भारत जैसे देश में, कभी-कभी सभी को खुश करना बहुत मुश्किल होता है। एक फिल्म निर्माता कभी भी किसी की भावना को ठेस पहुंचाने के इरादे से कोई प्रोजेक्ट नहीं बनाता है।'