उत्तर प्रदेश और बिहार में आज छठ का सूरज छठ के त्योहार की महक के साथ शुरू हुआ। हर साल शारदा सिन्हा की चौतरफा गूंजती छठ मैया के भजनों से इस त्योहार की सुबह होती थी। लेकिन इस छठ मैया के त्योहार के पहले ही दिन शारदा सिन्हा के निधन ने फैन्स को दुखी कर दिया। शारदा सिन्हा ने मंगलवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। ये सौभाग्य ही है कि जिस छठ के त्योहार ने शारदा सिन्हा को गायकी की दुनिया का इतना बड़ा सितारा बनाया, उसी त्योहार के पहले दिन शारदा सिन्हा ने आखिरी सांस ली। शारदा सिन्हा बीते 1 महीने से बीमार चल रही थीं और दिल्ली के एम्स में भर्ती थीं। मंगलवार को अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी और देर रात उनका निधन हो गया। शारदा सिन्हा के निधन ने छठ त्योहार की चमक फीकी कर दी। फैन्स के बीच इस खबर के जाते ही उदासी छा गई। शारदा सिन्हा छठ त्योहार के गीतों के लिए जानी जाती हैं।
पद्मभूषण अवॉर्ड से किया जा चुका है सम्मानित
भोजपुरी के सैकड़े भर से ज्यादा गानों को अपनी मधुर आवाज से सजाने वाली सिंगर शारदा सिन्हा ने छठ पूजा के पहले दिन ही मंगलवार को आखिरी सांस ली है। शारदा सिन्हा को संगीत में उनके योगदान के लिए भारत सरकर पद्मभूषण अवॉर्ड से सम्मानित कर चुकी है। छठ पूजा के दिन शारदा सिन्हा के गीत सभी जगह गूंजा करते थे। शारदा सिन्हा के निधन की खबर ने फैन्स को दुखी कर दिया है। शारदा सिन्हा को बीते 25 अक्तूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। मंगलवार को शारदा सिन्हा ने आखिरी सांस ली है।
छठ के गानों ने बनाया गायकी का स्टार
शारदा सिन्हा ने भोजपुरी समेत हिंदी में भी कई गाने गाए हैं। कुछ दिन पहले ही शारदा सिन्हा का इस बार की छठ के लिए नया गीत भी रिलीज हुआ था। शारदा सिन्हा को खास छठ के गानों के लिए जाना जाता है। इस खास त्योहार पर उत्तर प्रदेश और बिहार में शारदा सिन्हा के गानों को अक्सर सुना जाता है। आज मंगलवार को छठ त्योहार की शुरुआत हुई है। छठ के गानों ने ही शारदा सिन्हा को गायकी की दुनिया में नाम दिलाया और स्टार बनाया। आज छठ के ही दिन छठ मैया की गोद में शारदा सिन्हा ने आखिरी सांस ली है।