नई दिल्लीः बॉलीवुड की बात निकले और कपूर खानदान का जिक्र न हो यह कहां ही संभव है, इस परिवार ने देश को कई सितारे दिए हैं और सब एक से बढ़कर एक हैं। इसी परिवार के एक सितारे ने बॉलीवुड में रोमकॉम की शुरुआत की थी, जिसने खूब उचक कूदकर गानों पर डांस किया और कभी अपनी एनर्जी से देखने वालों को भी नाचने पर मजबूर किया तो कभी नीली आंखों से प्यार का ऐसा इजहार किया कि लोग इनके दीवाने हो गए। हम बात कर रहे हैं, बॉलीवुड से दुखी, गरीब और सीरियस हीरोज की इमेज को मस्त, मजाकिया, डांसर और लड़कियों से मीठी मीठी बातें करने वाला हीरो बनाने वाले शम्मी कपूर की। आज शम्मी कपूर का जन्मदिन है। इस मौके पर हम आपको उन की लव लाइफ के बारे में बताने जा रहे हैं।
परिवार से बगावत करके की थी शादी
शम्मी कपूर को अपने साथ काम करने वालीं फिल्म एक्ट्रेस और फिल्ममेकर गीता बाली से प्यार हुआ। लेकिन पिता पृथ्वीराज कपूर को यह मंजूर नहीं था कि सिनेमा में काम करने वाली लड़की उनकी बहू बने। तब शम्मी कपूर ने परिवार के खिलाफ जाकर गीता बाली से शादी की थी। लेकिन किस्मत को यह लव स्टोरी मंजूर नहीं थी, साल 1965 में महामारी चेचक ने गीता की जान ले ली। गीता की मौत से शम्मी कपूर सदमे में चले गए। वह काफी दुखी रहने लगे थे। तब घरवालों ने शम्मी को दूसरी शादी करने के लिए मनाया था।
दूसरी शादी के लिए रखी ये शर्त
शम्मी कपूर अपने दिल से गीता बाली को भुला नहीं सके लेकिन परिवार वालों ने उन्हें बच्चों को मां मिलने की बात कहकर शादी के लिए मनाया। शम्मी शादी के लिए राजी तो हो गए लेकिन उन्होंने एक काफी अजीब और कठिन शर्त रखी थी। उन्होंने अपनी होने वाली दूसरी पत्नी नीला देवी से यह वादा लिया था कि वह पूरे जीवन उनके और गीता के बच्चों को अपना मानेंगी और कभी भी खुद के बच्चों को जन्म नहीं देंगी। नीला देवी ने शम्मी की इस शर्त को माना भी और पूरे जीवन निभाया भी।
ये हैं शम्मी कपूर की यादगार फिल्में
शम्मी कपूर ने अपने जीवन के अंतिम समय भी स्क्रीन पर काम किया। उनकी अंतिम फिल्म साल 2011 में रिलीज हुई, रणबीर कपूर की 'रॉकस्टार' है। उन्होंने अपनी जवानी के दिनों में 'जंगली', 'तीसरी मंजिल', 'प्रिंस' और 'राजकुमार' जैसी फिल्मों से लोगों का दिल जीता। वहीं 'प्रेम रोग' और 'विधाता ' में उनके साइड रोल यादगार हैं।
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