जायद खान ने 2000 के दशक की शुरुआत में 'मैं हूं ना' में अपनी भूमिका से पहचान बनाई, जिसमें उन्होंने अपने चुलबुले अंदाज से दर्शकों का दिल जीत लिया था। जायद ने इस फिल्म में शाहरुख खान के छोटे भाई का किरदार निभाया था। वहीं 'लक्ष्मण' यानी 'लकी' के किरदार के लिए लोकप्रिय जायद खान ने अपने बड़े बेटे जिदान खान की गंभीर स्वस्थ संबंधी समस्या के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने अपने संघर्ष के बारे में भी बात की है। उन्होंने बताया कि 3 साल की उम्र में उनके बड़े बेटे की रात 3 बजे सांसे अटक गई थी।
जाने वाली थी बेटे की जान
'मैं हूं ना' के अभिनेता जायद खान ने हाल ही में अपनी अमृता राव और उनके पति आरजे अनमोल के यूट्यूब चैनल 'कपल ऑफ थिंग्स' पर कुछ खुलासे किए। एपिसोड के दौरान, उन्होंने अपने करियर, शादी और माता-पिता बनने के अनुभवों सहित कई विषयों पर चर्चा की। उन्होंने खुलासा किया कि उनके बड़े बेटे जिदान को सांस संबंधी समस्या है और जब वह सिर्फ तीन साल का था, तब उसे सांस लेने में काफी दिक्कतें हुई थीं। मुझे लगा उसकी जान निकल जाएगी। जायद ने बताया कि जिदान की हेल्थ को लेकर मुझे हमेशा बहुत चिंता रहती है।
बेटे की हालत देख कांप गई थी रूह
बातचीत के दौरान पता चला कि उनके बड़े बेटे जिदान खान को सांस लेने में समस्या होती है। इसी कारण उनकी ये बीमारी अक्सर उनके लिए जानलेवा बन जाती थी। जायद खान ने एक दुखद घटना को याद करते हुए बताया कि जब वे अपने परिवार के साथ लंदन गए थे और उनका 3 साल का बेटा उनके पास आया और उसने बताया कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इमोशनल होते हुए आगे बताया, 'हम लंदन में थे, जब उन्हें उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। वह मेरे पास आए और बोला पापा, मेरी मदद करो, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं।' मेरी पत्नी बिना सोचे उसे संभालने में लग गई और उसने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई।'
जायद खान के बेटा का पुनर्जन्म
जब जिदान को भर्ती कराया गया तो नर्स ने अपने हाव-भाव से हिंट दिया कि उसे यकीन नहीं है कि वह ज्यादा समय तक जीवित रहेगा। फिर भी उन्होंने उसे कुछ जरूरी इंजेक्शन लगाए। इसके अलावा, डॉक्टर तुरंत सर्जरी के लिए तैयार हुए और स्थिति को संभालने में लग गए। उस वक्त मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था मैं अकेला पड़ गया था। एक्टर ने आगे कहा, 'हम बहुत डिप्रेस हुए थे क्योंकि बच्चे को खोने से बड़ा कोई दुख नहीं हो सकता है। शुक्र है कि कुछ घंटों के बाद स्टेरॉयड ने काम करना शुरू कर दिया और उन्हें सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी। वो ठीक हो गया।'