बॉलीवुड वालों ने किताबों पर आधारित कई फिल्में बनाई हैं, जिनमें से कुछ को दर्शकों से बढ़िया रिस्पॉन्स मिला तो कई बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गईं। 2014 में भी सिनेमाघरों में किताब पर आधारित एक फिल्म रिलीज हुई थी, जिसकी कहानी बेहद संवेदनशील और दिलो-दिमाग पर छा जाने वाली थी। हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं वो एक पॉलिटिकल क्राइम-ड्रामा है, जो पिछले कुछ सालों में रिलीज हुईं बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है। ये फिल्म है विशाल भारद्वाज के निर्देशन में बनी 'हैदर'। इस पॉलिटिकल क्राइम-ड्रामा में शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर, इरफान खान, तब्बू और केके मेनन जैसे कलाकार नजर आए थे।
शेक्सपीयर के नाटक 'हैमलेट' पर आधारित फिल्म
फिल्म शेक्सपीयर के नाटक 'हैमलेट' पर आधारित है, जिसमें बॉलीवुड के चॉकलेटी हीरो शाहिद कपूर ने जो अंदाज दिखाया था उसे देखकर दर्शक भौंचक्के रह गए थे। इस फिल्म की कहानी को आधुनिक समाज के अनुरूप ढाला गया और दर्शकों के सामने परोसा गया और फिल्म को दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। यही वो फिल्म थी, जिसने शाहिद कपूर की चॉकलेटी हीरो वाली इमेज को भी तोड़ दिया था।
फिल्म को मिले थे 6 नेशनल अवॉर्ड
इस फिल्म से जुड़ा एक किस्सा है, जो काफी फेमस है। किस्सा शाहिद कपूर से जुड़ा है। दरअसल, अभिनेता ने इस फिल्म के क्लाइमैक्स के लिए 6 पन्नों का मोनोलॉग याद किया था और हजारों लोगों के सामने ये डायलॉग बोला था। मेहनत रंग लाई और हैदर ने एक-दो नहीं पूरे 5 नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किए। विशाल भारद्वाज ने बेस्ट स्क्रीनप्ले और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता, सुखविंदर सिंह को 'बिस्मिल' के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिला और बाकि के 2 अवॉर्ड बेस्ट कोरियोग्राफी और कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए दिए गए थे।
केके मेनन नहीं थे मेकर्स की पहली पसंद
इस फिल्म के लिए शाहिद कपूर की जमकर तारीफ हुई। आज भी हैदर शाहिद के करियर की बेस्ट फिल्मों में से गिनी जाती है। इस फिल्म के लिए शाहिद कपूर को बेस्ट एक्टर का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था। फिल्म में शाहिद कपूर के अलावा श्रद्धा कपूर, इरफान खान, तब्बू और केके मेनन ने अहम किरदार निभाए थे। हालांकि, केके मेनन ने एक बार बताया था कि फिल्म के लिए मनोज बाजपेयी मेकर्स की पहली पसंद थे।