अहमदाबाद: शाहरुख खान की फिल्म पठान इस महीने की 25 तारीख को रिलीज होने वाली है, लेकिन इसे लेकर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। लेटेस्ट बवाल अहमदाबाद के एक मॉल में हुआ जहां वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के पोस्टर्स फाड़ डाले, तोड़फोड़ की और थिएटर के मालिक को भी फिल्म रिलीज न करने को लेकर धमकाया। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की नई फिल्म पठान के 'बेशर्म रंग' गाने को लेकर बजरंग दल ये विरोध कर रहा है।
पोस्टर फाड़े और थिएटर के मालिक को धमकाया
अहमदाबाद के वस्त्रापुर इलाके के अल्फा वन मॉल में फिल्म पठान की रिलीज से पहले फिल्म के प्रमोशनल पोस्टर्स लगाए गए थे, लेकिन जैसे ही ये ख़बर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को लगी, पूरे दल बल के साथ वो मॉल पहुंच गए। मॉल के अंदर पहुंचते ही बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ता नारेबाजी के साथ-साथ हंगामा करने लगे। ये लोग नारेबाजी करते हुए वहां लगे फिल्म के पोस्टर्स को भी फाड़ने लगे। हंगामा देखकर मॉल में मौजूद लोग सहम गए। उन्हें समझ में ही नहीं आया कि आखिर अचानक से मॉल का खुशनुमा माहौल हंगामे में कैसे तब्दील हो गया। एक तरफ बजरंग दल के कार्यकर्ता मॉल में हंगामा कर रहे थे तो दूसरी तरफ संगठन के कुछ नेता मॉल के थिएटर के मालिक के पास पहुंचे और उन्हें चेतावनी दी कि अगर शाहरुख की ये फिल्म थिएटर में रिलीज हुई तो और भी उग्र आंदोलन होगा।
मॉल की सुरक्षा बढ़ाई गई
अहमदाबाद के मॉल में बुधवार को जो हंगामा हुआ उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर कर शांत तो करा दिया, लेकिन फिल्म को लेकर उनकी चेतावनी को देखते हुए पुलिस अलर्ट है। मॉल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही हंगामे के वीडियो के आधार पर पुलिस मामले की जांच भी कर रही है।
दीपिका की 'भगवा बिकनी' से शुरू हुआ बवाल
बता दें कि पिछले साल 12 दिसंबर को फिल्म 'पठान' के 'बेशर्म रंग' गाने के रिलीज के साथ ही विवाद शुरू हो गया था। इस गाने में दीपिका पादुकोण की 'भगवा बिकनी' तभी से सुर्खियों में है। हिंदू संगठनों के साथ ही नेता, मंत्री और साधु-संत फिल्म में भगवा रंग के अपमान के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लगातार फिल्म पर बैन लगाने की मांग की जा रही है। हालांकि, हाल ही में सेंसर बोर्ड ने फिल्म 'पठान' में कुछ बदलाव के आदेश दिए हैं। CBFC के चेयरपर्सन प्रसून जोशी ने 'पठान' को लेकर कहा है कि सेंसर बोर्ड हमेशा ही क्रिएटिविटी और दर्शकों की संवेदनशीलता को बैलेंस बनाकर रखने की कोशिश करता है, इसलिए शाहरुख की इस फिल्म में भी जरूरी बदलाव किए जाएंगे। लेकिन इन सबके बावजूद फिल्म को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है।