जावेद अख्तर हिंदी सिनेमा के जाने-माने स्क्रीन राइटर और लिरिसिस्ट हैं। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी है। जावेद अख्तर अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर तो चर्चा में रहे ही, साथ ही उनकी पर्सनल लाइफ भी अक्सर लाइमलाइट में रहती है। जावेद अख्तर ने स्क्रीनराइटर हनी ईरानी से पहली शादी की थी। जावेद और हनी के घर फरहान और जोया अख्तर का जन्म हुआ। लेकिन, पत्नी और दो बच्चों के होने के बाद जावेद अख्तर को फिर प्यार हुआ। जावेद शबाना आजमी को अपना दिल दे बैठे। 1973 में रिलीज हुई'जंजीर' की जबरदस्त सफलता के बीच, जावेद अख्तर की शबाना आजमी से नजदीकियां लगातार बढ़ती गईं। जिसके बाद जावदे अख्तर ने पहली पत्नी हनी ईरानी से अलग होने का फैसला कर लिया।
1985 में हनी ईरानी से अलग हो गए जावेद
हनी ईरानी को भी जब लगने लगा कि अब जावेद अख्तर संग उनकी शादी में कुछ नहीं बचा, तो उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे कठिन फैसला लिया। उन्होंने जावेद अख्तर से तलाक ले लिया। जावेद अख्तर ने 1984 में शबाना से शादी कर ली और इसी बीच हनी से उनका तलाक भी तय हो गया। हालांकि, इस दौरान कभी भी हनी ईरानी ने शबाना के लिए कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही। उन्होंने अपना पूरा ध्यान अपने बच्चों जोया और इरफान की परवरिश पर लगा दिया। वहीं आज शबाना भी जावेद अख्तर के दोनों बच्चों से काफी करीबी रिश्ता रखती हैं, यही नहीं वह पति की एक्स वाइफ को अपना दोस्त मानती हैं।
हनी की बदौलत बना जोया और फरहान से खास रिश्ता
अब शबाना आजमी ने जूम के साथ बातचीत में जावेद अख्तर के बच्चों जोया और फरहान और एक्स वाइफ हनी ईरानी के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। शबाना आजमी के अनुसार, आज जोया और फरहान के साथ उनका जो भी रिश्ता है, वह हनी ईरानी की देन है। शबाना ने कहा- 'ये हनी की उदारता है। अगर हनी साथ नहीं देतीं तो ये कभी संभव नहीं होता। हनी बहुत ही उदार और दानी हैं। जब जोया और फरहान छोटे थे, वह तब भी ऐसी ही थीं। हनी ने ही उन्हें (जोया और फरहान) को बताया कि मैं'सौतेली मां' नहीं हूं। मैं वो नहीं हूं, जिसके बारे में उन्होंने परियों की कहानी में पढ़ा था, इसलिए हम सब के लिए ये बहुत आसान हो गया। '
हनी परिवार का हिस्सा हैं
शबाना ने आगे कहा, 'मैंने उन पर कभी खुद को थोपा नहीं और ना ही बहुत ज्यादा मेहनत की। मैंने बस पानी को शांति से अपनी दिशा में बहने दिया। यह वाकई बहुत ही खूबसूरत रिश्ता है। मैं हनी, जावेद के साथ-साथ खुद को और जोया-फरहान को भी इन सबका श्रेय देना चाहती हूं। आज हम एक परिवार की तरह हैं और हनी भी इस परिवार की सदस्य हैं।'
दर्दनाक होता है तलाक
इस बीच शबाना आजमी ने ये भी माना कि तलाक का दर्द बहुत बड़ा होता है। कपल के बीच का अलगाव, खासकर अगर वह शादीशुदा हों तो बहुत ही दर्दनाक होता है और जावेद-हनी के मामले में भी ये सब कुछ वैसा ही था। शबाना ने अपनी फिल्म का डायलॉग याद करते हुए कहा, 'कागज के टुकड़े पर लिखे कुछ शब्दों से कुछ नहीं बदलता। ये लाइन मैंने 'अर्थ' में कही थी। जहां मेरा किरदार (पूजा) इंदर (कुलभूषण करबंदा) से कहता है, 'कविता (स्मिता पाटिल) तुमसे वह बंधन चाहती है जो एक दस्तखत से भी टूट सकता है।' इस लाइन से महसूस होता है कि तलाक कितना दर्दनाक होता है। यह बहुत दर्दनाक था और जब तलाक होता है, तो यह हमेशा ही दर्द देता है।'
जब जावेद संग टूटे रिश्ते पर बोली थीं हनी ईरानी
आपको बता दें जावेद अख्तर संग अपने टूटते रिश्ते पर एक बार हनी ईरानी ने बात की थी। मेन्सएक्सपी में एक लेख प्रकाशित हुआ था, जिसमें उनके हवाले से बताया गया है कि उन्होंने जावेद अख्तर से अलग होने का फैसला क्यों किया। उन्होंने कहा, 'मुझे एहसास हुआ कि एक ऐसे शख्स के साथ रहने का कोई मतलब नहीं है जो मुझसे प्यार ही नहीं करता'।