निर्देशक संजय लीला भंसाली अपनी शानदार फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। कलाकारों के बेहतरीन कॉस्ट्यूम्स और आलीशान सेट्स संजय लीला भंसाली की पहचान हैं। फिल्म निर्माता ने 'देवदास' के साथ बॉलीवुड के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ क्लाइमेक्स में से एक दिया था। देवदास का का क्लाइमैक्स जितनी बार देखा जाए, कम लगता है। देवदास के दर्द में तड़पती पारो (ऐश्वर्या राय) अपने पल्लू में आग लगने के बाद भी अपनी हवेली के गलियारे में अपने मरते हुए प्रेमी देवदास (शाहरुख खान) की एक झलक पाने की आस में दौड़ रही है।
क्लाइमेक्स से पहले बदला संजय लीला भंसाली का मन
यह सीन भले ही कितना भी भव्य क्यों न हो, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि संजय लीला भंसाली ने इस सीन को फिल्माने से ठीक एक रात पहले सीन में बहुत बड़ा बदलाव किया था। देवदास की कॉस्ट्यूम डिजाइनर नीता लुल्ला ने ने खुलासा किया कि संजय लीला भंसाली ने अचानक उन्हें कॉल किया और उनसे पूछा कि क्या हम ऐश्वर्या की वो साड़ी बदल सकते हैं जो वो क्लाइमेक्स में पहनने वाली हैं। उन्हें क्लाइमेक्स सीन के लिए 15 मीटर लंबी साड़ी चाहिए थी, वो भी 12 घंटे के अंदर।
15 मीटर लंबी सिल्क साड़ी के पीछे की कहानी
यूट्यूब चैनल Wiping Out The Norm से बात करते हुए उन्होंने मुझसे कहा- 'मैंने उसे (पारो) को पल्लू में लगी आग के साथ दौड़ते हुए विजुअलाइज किया और मुझे इस सीन के लिए 15 मीटर लंबी सिल्क साड़ी चाहिए। मुझे ऐसी दो साड़ी चाहिए होंगी, ताकि अगर एक साड़ी जल जाती है तो हमारे पास दूसरी हो।'
6 घंटे में तैयार हुई ऐश्वर्या की साड़ी
नीता लुल्ला ने आगे कहा- 'ये सब गोरेगांव स्टूडियो में हो रहा था। उस समय हमारे पास मोबाइल नहीं थे, हमारे पास केवल पेजर थे। मेरे सामने, उन्होंने ऐश्वर्या राय और किरण खेर को यह पूछने के लिए कॉल किया कि क्या उनके पास ऐसी दो पूजा साड़ियां हैं। इस पूरे समय, मैं उनसे पूछती रही कि क्या मैं जा सकती हूं। उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि यह किसी के पास नहीं थी। इस समय रात के 10:30 बज रहे थे। संजय ने मुझसे पूछा कि क्या वह अगले दिन शूटिंग कर सकते हैं। मैंने कहा, 'बिल्कुल' और स्टूडियो छोड़ दिया।'