हिंदी सिनेमा में ऐसे कई कलाकार हैं, जो अपने नाम से ज्यादा अपने निभाए किरदारों के लिए पहचाने जाते हैं। बॉलीवुड के ऐसे ही कुछ कलाकारों में से एक सईद जाफरी भी थे, जो आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन इनके निभाए किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं। सईद जाफरी ज्यादातर फिल्मों में एक अमीर पिता का किरदार निभाते थे, जिनकी अमीर बेटी को एक गरीब होरी से प्यार हो जाता था। आज सईद जाफरी का 96वीं बर्थ एनिवर्सरी है। दिवगंत अभिनेता का जन्म आज ही के दिन यानी 8 जनवरी 1929 को हुआ था और 2015 में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। चलिए आज उनकी बर्थ एनिवर्सरी पर आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
टॉप एशियाई एक्टर थे सईद जाफरी
80 और 90 के दशक में सईद जाफरी की लोकप्रियता का अलग ही आलम था। एक समय पर तो उन्हें ब्रिटेन के टॉप एशियाई एक्टर के तौर पर जाना जाता था। सईद जाफरी ने अपने करियर में फिल्मों के अलावा टेलीविजन, रेडियो और स्टेज शो भी किए और अपने 6 दशक के करियर में 150 से भी ज्यादा हिंदी, ब्रिटिश और अमेरिकन फिल्मों में काम किया और सबसे ज्यादा हॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाले भारतीय एक्टर के तौर पर अपनी पहचान बनाई।
कोई नहीं तोड़ पाया ये रिकॉर्ड
सईद जाफरी ने कुल 18 हॉलीवुड फिल्मों में काम किया। एक्टर गांधी, मसाला, ए पैसेज टू इंडिया और माई ब्यूटीफुल लॉन्ड्रेट सहित 18 इंटरनेशनल फिल्मों में दिखाई दिए और उनका ये रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया। सईद जाफरी के रिकॉर्ड के बारे में गिनीज के उद्धरण में कहा गया है, उन्होंने 1977 में भारतीय फिल्म द चेस प्लेयर्स (शतरंज के खिलाड़ी) से अपनी फिल्म की शुरुआत की और लगभग 100 हिंदी फिल्मों और एक पंजाबी फिल्म में दिखाई दिए। 1998 में जाफरी ने भारतीय सिनेमा से दूरी बना ली और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों और ब्रिटिश टेलीविजन में काम करने लगे।
इस फिल्म से मिली प्रसिद्धि
ब्रिटिश-भारतीय अभिनेता कई टीवी सीरियल्स और भारतीय सिनेमा में दिखाई दिए हैं, उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1950 के दशक में थिएटर से की थी, उन्हें 1977 में सत्यजीत रे की फिल्म 'शतरंज' के खिलाड़ी से प्रसिद्धि मिली। सईद जाफरी ने 1978 में अपनी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। इसके बाद वह 'चश्मे बद्दूर' में एक कैमियो भूमिका में दिखाई दिए, इसके बाद राज कपूर की राम तेरी गंगा मैली, मेंहदी में नजर आए।
इस दिन हुई मृत्यु
जाफरी ब्रिटिश और कनाडाई फिल्म पुरस्कार नामांकन के लिए नामांकित होने वाले पहले एशियाई भी बने। 15 नवंबर, 2015 को उनके लंदन स्थित आवास पर ब्रेन हैमरेज के कारण उनकी मौत हो गई। उनकी मृत्यु के बाद उन्हें 2016 में मरणोपरांत उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कियारा आडवाणी से कनेक्शन
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कियारा आडवाणी से सईद जाफरी का खास कनेक्शन है। दिवंगत अभिनेता कियारा के नाना लगते हैं। दरअसल, कियारा की मम्मी जेनेविव आडवाणी सईद जाफरी के भाई हामिद और उनकी पहली पत्नी की बेटी हैं। इस नाते सईद, कियारा के नाना हुए। सईद ने अपने करियर में कामयाबी तो हासिल की, लेकिन उन्हें काफी संघर्षों का भी सामना करना पड़ा।