रवीना टंडन और करिश्मा कपूर 90 के दशक की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से रही हैं, जिन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में भी दीं और अपने दौर के लगभग सभी सुपरस्टार्स के साथ काम किया। जब दोनों अपने करियर में आगे बढ़ रही थीं, इसी दौर में दोनों के बीच कैटफाइट की भी चर्चा थी। सालों पहले इनके कैटफाइट की खूब चर्चा हुई थी। कहा जाता है कि दोनों जब क्लासिक कॉमेडी 'अंदाज अपना-अपना' की शूटिंग कर रही थीं, उस दौरान दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं होती थी। सालों पुराने इस किस्से पर अब रवीना टंडन ने खुलकर बात की है।
रवीना ने बताया करिश्मा संग कैटफाइट का सच
हाल ही में फिल्मफेयर संग बातचीत में जब रवीना टंडन से 'आतिश' की शूटिंग के दौरान करिश्मा के साथ कथित "कैटफाइट" के बारे में पूछा गया तो अभिनेत्री ने सारा मामला साफ कर दिया। उन्होंने अपने और करिश्मा के कथित झगड़े को लेकर स्पष्ट किया कि दोनों के बीच ऐसी कोई लड़ाई कभी नहीं हुई। साथ ही रवीना ने इस बात पर जोर दिया कि पुरुष अभिनेताओं के विपरीत, फीमेल एक्टर्स सिर्फ वर्वल डिसकशन में ही अपनी असहमति जताती हैं।
कुछ के बीच प्यार था तो कुछ इनसिक्योर थींः रवीना
रवीना ने इस दौरान बताया कि कैसे उन्होंने पूजा भट्ट, जूही चावला, माधुरी दीक्षित और शिल्पा शेट्टी सहित उस दौर की अपनी कई समकालीन लोगों के साथ दोस्ती बनाए रखी है। उन्होंने बताया कि जहां कुछ महिला कलाकारों के बीच प्यार था तो वहीं कुछ ऐसे भी थे जो तब भी असुरक्षित थे और आज भी असुरक्षित हैं, जो मजबूत बंधन बनने से रोकते हैं।
कैटफाइट जैसा कुछ नहीं थाः रवीना टंडन
हालांकि, इस दौरान उन्होंने "कैटफाइट्स" की बातों को खारिज कर दिया और कहा कि इन कहानियों को अक्सर गपशप के लिए बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता था। वह कहती हैं- 'ये वो प्यार है, जो अभी भी प्रचलित है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो पहले भी इनसिक्योर थे और आज भी इनसिक्योर हैं। वह उन रिश्तों को निभाने में सक्षम नहीं हैं। लेकिन, हम अब भी सामाजिक तौर पर मिलते हैं। लेकिन, आप जब आप इसे कैटफाइट कहते हैं तो यह कभी कैटफाइट नहीं थी।
आतिश की आउटडोर शूटिंग के दौरान रवीना-करिश्मा की हुई थी लड़ाई?
'आतिश' की आउटडोर शूटिंग के दौरान एयरपोर्ट पर हुए कथित झगड़े की अफवाह पर रवीना ने कहा, 'वह कभी भी कैटफाइट नहीं थी। माफ करें, लेकिन मैं इससे असहमत हूं। हमारे बीच कभी कैटफाइट नहीं हुई। चर्चा हो सकती है, 'आप ऐसा क्यों कर रही हैं या ऐसा करने की क्या जरूरत है? चलो इस अंतर को खत्म करें' ये चर्चा हो सकती है, लेकिन कभी कोई लड़ाई नहीं हुई। इसे बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया था और निश्चित रूप से, मिर्च मसाला के साथ। उन दिनों सोशल मीडिया नहीं था। आप लोगों तक अपनी बात नहीं पहुंचा सकते थे।”