भारतीय सिनेमा में कुछ ही एक्टर्स हैं जो सुपरस्टार का ओहदा हासिल कर पातें और खुद की एक लेगेसी बना पाते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि इन सितारों के बच्चे भी इनके नक्शेकदम पर ही चलते हैं। अमिताभ बच्चन की तरह अभिषेक बच्चन भी फिल्मों में आए, वहीं ऋषि कपूर की तरह रणबीर कपूर भी एक्टर बने, लेकिन कई एक्टर्स के बच्चे हैं जो उनके दिखाए रास्ते पर न चलकर अपने लिए अलग राह चुनते हैं, अलग फील्ड एक्सप्लोर करके नई पहचान बनाते हैं। ऐसे ही एक स्टारकिड के बारे में हम आपको बताएंगे जो अपने पिता के नक्शेकदम पर नहीं चले और आज वो एक IAS अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। इस स्टारकिड ने फिल्म इंडस्ट्री में आने के बजाय IAS अधिकारी बनने का फैसला किया और इसे पूरा करके भी दिखाया है। हम बात कर रहे हैं IAS अधिकारी श्रुतंजय नारायणन की जो प्रसिद्ध तमिल अभिनेता चिन्नी जयंत के बेटे हैं।
एक्टिंग में था श्रुतंजय का रुझान
आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन के पिता तमिल सिनेमा में सुपरस्टार के रूप में जाने जाते हैं और 80 के दशक की रजनीकांत अभिनीत फिल्मों में अपनी कॉमेडी के लिए प्रसिद्ध हैं। आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन का रुझान भी अपने पिता की तरह ही एक्टिंग और कला की ओर रहा। एक्टिंग के प्रति प्यार के चलते ही काफी वक्त तक श्रुतंजय नारायणन ने थिएटर किए। बचपन से लेकर बड़े होने तक उनका काफी वक्त थिएटर्स कलाकार के रूप में बीता। फिल्मों में अपनी रुचि के बावजूद, आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन ने अपनी शिक्षा पूरी की। उनके पास गिंडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से स्नातक की डिग्री और प्रसिद्ध अशोका विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री है।
दूसरे प्रयास में ही आईएएस बने श्रुतंजय
आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ही खुद को इधर-उधर नहीं भटकाया। उन्होंने एक स्टार्टअप में काम करके भी अनुभव हासिल किया। नए अवसरों ने आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन को अभिनय छोड़ने और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन ने रोजाना 4-5 घंटे सेल्फ स्टडी की और फिर नाइट शिफ्ट में भी काम किया। इन्हीं प्रयासों की बदौलत आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन ने 2015 में यूपीएससी परीक्षा में AIR 75 रैंक के साथ सफलता हासिल की और दूसरे प्रयास में ही आईएएस अधिकारी बन गए। आईएएस अधिकारी श्रुतंजय नारायणन वर्तमान में तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले के अतिरिक्त कलेक्टर (विकास) के पद पर तैनात हैं।