
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के हीरो रहे क्रांतिकारी भगत सिंह की शहादत को याद करते हुए हर साल आज के दिन शहीद दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन 1931 में सरदार भगत सिंह को फांसी के फंदे से लटकाया गया था। साल 1931 में ही आज के दिन भगत सिंह को मिली फांसी ने उन्हें अमर कर दिया था। शहादत के बाद भगत सिंह की क्रांति ने ऐसी आग पकड़ी कि चंद साल में ही अंग्रेजों ने भारत की बादशाहत त्याग दी थी। सरदार भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े हीरोज में से एक बन गए। शहादत के बाद भगत सिंह पर दर्जनों किताबें लिखीं गईं जिनमें उनके विचारों को प्रेसित किया गया। लेकिन भगत सिंह के विचार केवल किताबों तक सीमित नहीं रहे बल्कि कला की हर क्षेत्र में समाए। साल 1954 में पहली बार फिल्मी पर्दे पर लोगों ने भगत सिंह को देखा।
पहली बार पर्दे पर दिखे थे भगत सिंह?
डायरेक्टर जगदीश गौतम ने सबसे पहले भगत सिंह की जिंदगी पर 'शहीद-ऐ-आजम' फिल्म बनाई थी। इस फिल्म ने भगत सिंह और उनकी जिंदगी की ऐसी छाप छोड़ी कि इसके बाद भगत सिंह की जिंदगी पर आधा दर्जन से ज्यादा फिल्में बनीं। लेकिन खास बात ये रही लगभग हर बार भगत सिंह की जिंदगी पर बनी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कराई। इस फिल्म में भगत सिंह का किरदार प्रेम अदीब ने निभाया था। प्रेम के साथ इस फिल्म में स्मृति विश्वास और ऐशिता मजुमदार जैसे एक्टर्स ने लीड रोल निभाए थे। ये फिल्म लोगों को खूब पसंद आई थी और यहीं से फिल्मी पर्दे पर भगत सिंह की जिंदगी की कहानी कहने में लोगों की दिलचस्पी भी जागी। इस फिल्म ने न केवल भगत सिंह की जिंदगी की कहानी बताई बल्कि दूसरे फिल्म मेकर्स को भी प्रेरित किया।
भगत सिंह पर बन चुकी हैं आधा दर्जन से ज्यादा फिल्में
इस फिल्म के बाद भगत सिंह की जिंदगी और सिनेमा का गहरा रिश्ता हो गया। हर पीढ़ी के फिल्म मेकर्स ने भगत सिंह की जिंदगी को कैमरे के लैंस में पिरोकर लोगों को प्रेरित करने की कोशिश की है। शहीद-ऐ-आजम फिल्म के बाद साल 1963 में शम्मी कपूर ने भगत सिंह की जिंदगी पर दूसरी बॉलीवुड फिल्म बनाई और इसके नाम रखा 'शहीद भगत सिंह।' फिल्म को केएन बंसल ने डायरेक्ट किया और खुद शम्मी कपूर ने लीड रोल निभाया था। ये फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई करने में सफल रही थी। इसके बाद साल 1965 में मनोज कुमार ने 'शहीद' नाम की फिल्म बनाई जो भगत सिंह की जिंदगी पर आधारित थी और इसे राम शर्मा ने डायरेक्ट किया था।
इसके बाद साल 2002 में अजय देवगन ने भी भगत सिंह के किरदार को निभाकर लोगों का दिल जीता। अजय देवगन की फिल्म 'द लेजेंड्स ऑफ भगत सिंह' को डायरेक्टर राजकुमार संतोषी ने बनाया था। इस फिल्म में अजय देवगन को भी काफी पसंद किया गया था। इसके बाद 2002 में ही 'शहीद-ऐ-आजम' नाम की फिल्म में भगत सिंह की जिंदगी की गाथा दिखाई गई जिसे सुकुमार नायर ने डायरेक्ट किया था। इसी साल सनी देओल स्टारर फिल्म 'शहीद' रिलीज हुई थी। इस फिल्म की कहानी भी भगत सिंह और उनके साथी क्रांतिकारियों की जिंदगी को एक्सप्लोर करती है। इसके बाद साल 2006 में आमिर खान ने भी भगत सिंह की जिंदगी पर बनी फिल्म 'रंग दे बसंती' में काम किया था। ये फिल्म राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने डायरेक्ट की थी।