अभिनेता पंकज त्रिपाठी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपने हर रोल से उन्होंने लोगों के दिलों-दिमाग पर छाप छोड़ी। छोटे किरदारों से मशहूर होकर अब एक्टर अकेले के दम पर फिल्में चलाते हैं। अपनी एक्टिंग की बदौलत ही एक्टर अपनी फिल्म 'मिमी' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत चुके हैं। 'रन' फिल्म में 'कौआ बिरयानी' वाले अपने छोटे से रोल से पंकज इतना आगे निकल आए कि अब वो 'कड़क सिंह' और 'शेरदिल: द पीलीभीत सागा' जैसी फिल्मों को अकेले के दम पर चलाने के बाद पंकज त्रिपाठी अब 'मैं अटल हूं' में नजर आने वाले हैं। इसी कड़ी में वो लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' के कटघरे में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों का सामना करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' पर भी बात की।
जब पंकज ने की मनमानी
बातों का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए रजत शर्मा ने कहा, 'पंकज जी आपके एक्टिंग करियर को देखते हैं तो आप अच्छे से अच्छे रोल को बदल देते हैं। अपनी मर्जी से करते हैं? मैं एक एक करके एग्जांपल आपको बताता हूं। आप एक डेली सोप कर रहे थे, उसमें विलेन का रोल कर रहे थे और उस समय गैंग्स ऑफ वासेपुर का रोल मिला। क्रूशियल सीन था। उसको छोड़कर आप गायब हो गए और गैंग्स ऑफ वासेपुर में काम करने चले गए। मनमानी तो की आपने?'
कोई तो है जो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में...
इस सवाल के जवाब में पंकज त्रिपाठी ने कहा, 'हां जी, कोई तो है जो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में मनमानी कर लेता है। नहीं वो डेली सोप में क्या होता है कि आपका कमिटमेंट बहुत ज्यादा लग जाता है। समय और सब मैनेज होता है। कुछ नहीं कर करना क्या था सर? डेली सोप में पांच दिन ड्रामा करते हैं। छठे दिन रोज 20 मिनट में 18 मिनट ड्रामा और फिर फ्रीज कर दो। एक हाई पॉइंट बनाकर... मैं बोला डेट मैनेज कर लो। एक बड़ी फिल्म मिली है। माने ही नहीं। मैंने कहा मुझे निकाल दो, मैं जा रहा हूं फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' करने। तो उसने बोला कि अरे तुम विलेन हो, हीरोइन की शादी होने वाली, तुम नहीं रहोगे तो रोकेगा कौन? मैं बोला मैं हीरोइन की शादी रोकने के लिए रहूं। मैं अपना करियर न देखूं.... तो मैं निकल गया था। फिर उन्होंने मेरे भाई से रुकवा दी शादी ...तो टीवी में हो जाता है। कुछ भी कर सकते हैं टीवी में दिखा सकते हैं कि उनको कहीं डिटेन कर दिया पुलिस ने। अगले एपिसोड में आकर फिर ज्वाइन कर लेता है एक्टर।'