Pandit Shiv Kumar Sharma Death: संतूर को विश्वभर में पहचान दिलाने वाले संगीतकार पंडित शिव कुमार शर्मा का मंगलवार को सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शर्मा 84 वर्ष के थे। वह भारत के जानेमाने शास्त्रीय संगीतकारों में से एक थे जिन्होंने फिल्मों में भी संगीत दिया था। उनके सचिव दिनेश ने बताया कि मुंबई के पाली हिल स्थित आवास पर सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच शर्मा का निधन हो गया।
11 मई यानी बुधवार को अंतिम दर्शन के लिए पंडित शिवकुमार शर्मा का पार्थिव शरीर सुबह 10 बजे से दोपहर के 1 बजे तक जुहू के अभिजीत बिल्डिंग में रखा जाएगा। दोपहर 2.30 तक पवन हंस श्मशान घाट, विले पार्ले में पंडित शिवकुमार शर्मा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अगले सप्ताह उन्हें भोपाल में एक कार्यक्रम प्रस्तुत करना था। वह गुर्दे की समस्याओं से भी पीड़ित थे। शर्मा के एक पारिवारिक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “उन्हें सुबह दिल का दौरा पड़ा। वह ठीक थे और अगले सप्ताह भोपाल में उनका कार्यक्रम होना था। उनका नियमित डायलिसिस होता था फिर भी वह नियमित कामकाज करते रहते थे।”
उनके परिवार में पत्नी मनोरमा और बेटे राहुल तथा रोहित हैं।
शर्मा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा, “पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारे सांस्कृतिक जगत की क्षति हुई है। उन्होंने वैश्विक स्तर पर संतूर को लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को प्रोत्साहित करता रहेगा। उनके साथ हुई बातचीत मुझे याद है। उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।”
इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने भी पंडित शिव कुरार शर्मा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “महान संगीतकार, सुप्रसिद्ध संतूरवादक पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन से संगीत जगत को भारी क्षति हुई है। पंडित जी स्वभाव और संगीत दोनों में मधुरता की प्रतिमूर्ति थे। मुझे उनका अपार स्नेह मिला। वो हमेशा हमारी यादों में बने रहेंगे।”
पद्म विभूषण से सम्मानित शर्मा का जन्म 1938 में जम्मू में हुआ था। माना जाता है कि वह पहले संगीतकार थे जिन्होंने संतूर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत के सुर बिखेरे। संतूर जम्मू कश्मीर का एक लोक वाद्य यंत्र है। बांसुरी वादक पंडित हरि प्रसाद चौरसिया के साथ शर्मा की जोड़ी को ‘शिव-हरि’ का नाम दिया गया था। इस जोड़ी ने “सिलसिला”, “लम्हे” और “चांदनी” जैसी कई फिल्मों में संगीत दिया, जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। शिवकुमार के बेटे राहुल शर्मा भी एक संतूर वादक हैं।
शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान ने ट्वीट किया, “पंडित शिव कुमार शर्मा जी के निधन से एक युग का अंत हो गया। वह संतूर वादन के पुरोधा थे और उनका योगदान अतुलनीय है। मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है और मैं हमेशा उन्हें बहुत याद करूंगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। उनका संगीत हमेशा जीवित रहेगा। ओम शांति।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “प्रख्यात संतूर वादक और अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा के निधन का समाचार पाकर दुख हुआ। उनके जाने से सांस्कृतिक जगत की हानि हुई है। मेरी गहरी संवेदनाएं।”
गजल गायक पंकज उधास, संगीतकार सलीम मर्चेंट और अभिनेत्री शबाना आजमी ने भी शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया। शिवकुमार शर्मा को 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री तथा 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।